संतकबीरनगर। जिले के खलीलाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में तैनात डॉ. वरुणेश दुबे पर उनकी पत्नी ने बहुत गंभीर आरोप लगाया है। डॉक्टर की पत्नी का कहना है कि डॉ. वरुणेश दुबे खुद ट्रांसजेंडर बन अश्लील वीडियो बनाते हैं और इन्हें पेड पॉर्न वेबसाइट्स पर बेचते हैं।
पत्नी ने दर्ज कराई FIR
खलीलाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में तैनात डॉ. वरुणेश दुबे पर उनकी पत्नी ने गंभीर आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है। पत्नी का कहना है कि डॉ. दुबे जिला कारागार के सरकारी आवास में रहते हुए खुद को ट्रांसजेंडर बताकर अन्य युवकों के साथ अश्लील वीडियो बनाते हैं। ये वीडियो वे इंटरनेट पर पैसे लेकर अपलोड करते हैं।
18 मई को डॉ. दुबे उनके निजी गोरखपुर आवास पर आए थे। पत्नी ने उनसे वीडियो के बारे में सवाल किया तो डॉ. दुबे ने उनके साथ मारपीट की। जब पत्नी ने अपने पिता को बुलाया तो डॉक्टर ने पिता और भाई के साथ भी मारपीट की।
पुलिस को बताया गया कि पत्नी बार-बार कारागार क्वार्टर का ताला खुलवाने की कोशिश कर रही है ताकि सबूत सुरक्षित किए जा सकें, लेकिन कोई मदद नहीं मिल रही। उन्होंने दो पुलिसकर्मियों के साथ क्वार्टर खोलने की अनुमति मांगी है।
इसके बाद पत्नी ने संत कबीरनगर एसपी को पत्र लिखकर शिकायत की। एसपी के निर्देश पर मामला दर्ज किया गया और सरकारी आवास को सीज कर दिया गया।
डॉक्टर का बयान: पत्नी पर पलटवार और आरोप
डॉ. वरुणेश दुबे ने अपने ऊपर लगे इन आरोपों को खारिज करते हुए अपनी तरफ से गोरखपुर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उनका कहना है कि पत्नी, उसके भाई और पिता ने उन पर हमला किया।
डॉक्टर ने कहा कि पत्नी द्वारा जिन पोर्न वीडियो का हवाला दिया जा रहा है, वे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से बनाए गए डीपफेक वीडियो हैं।
उन्होंने बताया कि पत्नी कई वर्षों से उन्हें मानसिक, शारीरिक और आर्थिक रूप से परेशान कर रही है। उनके बीच विवाद लंबे समय से है।
डॉ. दुबे ने बताया कि पत्नी ने उनके माता-पिता से भी मारपीट की, जिसके चलते कई बार समझौते की कोशिशें की गईं। गोरखनाथ थाने में उनके खिलाफ मामला भी दर्ज है, जो लगभग छह महीने तक चला और दो बार खारिज हो चुका है। बाद में पत्नी ने माफी मांगी, लेकिन कुछ समय बाद उनकी मौसी पर जानलेवा हमला हुआ और मामला थाने तक पहुंचा। इसी वजह से तय हुआ कि पत्नी अब उनके साथ नहीं रहेगी।
सोशल मीडिया वीडियो में डॉक्टर का आत्मरक्षा बयान
अब इस सब को लेकर डॉ. दुबे ने सोशल मीडिया पर तीन मिनट का वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने अपनी बेगुनाही की दलील दी और पत्नी पर साजिश का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ससुराल वाले और पत्नी उनकी नौकरी-संपत्ति हड़पने के लिए उनकी हत्या करवा सकते हैं।
डॉ. दुबे ने परिवार के सदस्यों पर साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे मेरी संपत्ति और नौकरी पर कब्जा करना चाहते हैं, लेकिन भगवान हनुमान की कृपा से मैं सत्य को सामने लाकर न्याय पाऊंगा।
उन्होंने कहा, “थोड़ा कठिन समय चल रहा है। कुछ लालची और स्वार्थी लोग, जो सिर्फ धन-दौलत और दूसरों की संपत्ति हड़पने के इरादे से भेड़ियों की तरह घूम रहे हैं- उनके बीच मैं फंसा हुआ हूं। इन लोगों के मन में न स्नेह है, न प्रेम। इनका एकमात्र उद्देश्य दूसरों को बदनाम करके उनकी संपत्ति पर कब्जा करना है।”
“जैसा कि आपमें से कई लोगों को अब तक पता चल गया होगा, मेरी छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए कई जगहों पर मेरे डीपफेक वीडियो वायरल किए जा रहे हैं। मेरा छोटा साला, जो एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, उन्हीं तकनीकों का उपयोग करके यह वीडियो बना रहा है। मेरे ऊपर कई तरह के झूठे और भद्दे आरोप लगाए जा रहे हैं, जिन्हें ये लोग जानबूझकर फैला रहे हैं।”
“इतनी बदनामी और अपमान के बाद कोई आत्महत्या करने की सोच सकता है। हां, यह बात सच है कि मेरे लिए मेरी प्रतिष्ठा मेरी जान से भी बढ़कर है, रही है और हमेशा रहेगी। लेकिन इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं कि मैं झूठे आरोपों के कारण आत्महत्या जैसा कोई कदम उठाऊंगा। मैं स्वर्गीय रामानंद दुबे जी का पुत्र हूं और मेरा कर्तव्य है कि मैं इस झूठ और फरेब के जाल से बाहर निकलूं और सत्य को सामने लाऊं।”
“मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि अगर मेरे साथ कुछ भी अप्राकृतिक या संदिग्ध होता है- जैसे कि मुझे जान से मारने की कोशिश की जाती है, नदी में फेंक दिया जाता है, या मेरी कलाई काट दी जाती है और इसे आत्महत्या बताया जाता है, तो यह समझ लीजिएगा कि वह आत्महत्या नहीं, एक गहरी साजिश के तहत की गई मेरी हत्या है।”
“मेरी पत्नी, मेरे ससुर विनोद पांडे, उनका पुत्र यानी मेरा बड़ा साला राहुल पांडे, छोटा साला ऋषभ पांडे और उनका साथी प्रणव, ये सभी लोग मुझे नुकसान पहुंचा सकते हैं। इनका उद्देश्य केवल मेरी संपत्ति और मेरी नौकरी पर कब्जा करना है। लेकिन, मेरे साथ हनुमान जी का आशीर्वाद है। हम सत्य की विजय के साथ शीघ्र ही मुक्ति पाएंगे।”
पत्नी का पलटवार: आरोपों को इमोशनल ब्लैकमेलिंग बताया
डॉ. वरुणेश के इस वीडियो बयान के जवाब में उनकी पत्नी ने इसे इमोशनल ब्लैकमेलिंग बताया। उन्होंने पुलिस शिकायत में फिर से डॉक्टर पर खुद को ट्रांसजेंडर बताकर अश्लील वीडियो बनाने और उन्हें पोर्न साइट पर बेचने का आरोप लगाया है।
इस पर पुलिस ने कहा है कि सभी वीडियो की फोरेंसिक जांच कराई जाएगी ताकि यह पता चल सके कि ये वीडियो असली हैं या तकनीकी रूप से बनाए गए डीपफेक।
पुलिस की सक्रियता और जांच की प्रगति
पुलिस ने डॉक्टर की पत्नी का बयान दर्ज करना शुरू कर दिया है और उनकी मेडिकल जांच प्रक्रिया भी चालू है। सभी आरोपित वीडियो पेन ड्राइव में मांगे गए हैं जिन्हें फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा।
अपर पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार सिंह ने बताया कि गोरखपुर की महिला ने थाना कोतवाली खलीलाबाद में तहरीर दी है। महिला का आरोप है कि उनके पति, जो कि डॉक्टर हैं और संत कबीरनगर में तैनात हैं, अश्लील वीडियो बनाते हैं। सरकारी आवास को सील कर दिया गया है और जांच जारी है।
सीएमओ का बयान: न तो सस्पेंड किया गया है, न हिरासत में
इस मामले को लेकर सीएमओ डॉ. रामानुज कन्नौजिया ने स्पष्ट किया कि डॉ. वरुणेश दुबे का पारिवारिक विवाद है और उनकी पत्नी से मारपीट भी हुई थी। पत्नी ने पहले गोरखपुर में एफआईआर दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन एफआईआर नहीं हुई, बाद में संत कबीरनगर में दर्ज कराई गई।
उन्होंने बताया कि डॉक्टर के आवास का ताला तोड़ा गया है, लेकिन उसमें क्या मिला इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है। यदि कुछ होता तो मीडिया में खबर होती। डॉक्टर की मां अस्पताल में हैं, इसलिए उन्होंने दो दिन की छुट्टी ली है। फिलहाल न तो डॉक्टर को हिरासत में लिया गया है और न ही सस्पेंड किया गया है। सस्पेंड करना होगा तो शासन स्तर पर निर्णय होगा। फिलहाल उनसे जवाब मांगा गया है।
तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन
डीएम के आदेश पर मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति बनाई गई है। इसमें डॉ. महेन्द्र प्रसाद, डॉ. रामरतन और डॉ. शैलेन्द्र शामिल हैं। समिति को एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपनी है।
पुलिस विभाग की जांच में यदि डॉ. वरुणेश दुबे के खिलाफ ठोस तथ्य सामने आते हैं, तभी आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।