मऊ। गैंगस्टर अतीक अहमद की मौत के बाद अब मुख्तार अंसारी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। आईएस 191 गैंग के सरगना मुख्तार अंसारी की बेगम अफशां अंसारी के विरुद्ध इनाम की राशि 25 हजार से बढ़ाकर 50 हजार कर दी गयी है। अफशां काफी समय से फरार चल रही है। उस पर गाजीपुर, मुहम्मदाबाद, नंदगंज, मऊ समेत लखनऊ में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
विकास कंस्ट्रक्शन के नाम से बनाई गई एक फर्म है जिसकी मालकिन माफिया मुख्तार अंसारी की बीवी अफशां अंसारी व मुख्तार अंसारी के दो साले हैं। इसी कंपनी के नाम से कुछ सरकारी व कुछ दलितों के नाम से जमीन कब्जा कर एफसीआई को गोदाम बनाकर किराए पर दिया गया था। उससे साल में करोड़ों रुपये का किराया आता था।
सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा व दलितों की जमीन पर दबंगई से कब्जे के मामला प्रकाश आने पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए माफिया मुख्तार अंसारी की बीवी, दो साले व अन्य लोगों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दक्षिणटोला थाना में दर्ज किया था। उसी मुकदमा में फरार चल रही अफशां अंसारी पर इनाम घोषित हुआ है।
पहले 25 हज़ार का इनाम घोषित किया गया था लेकिन कई प्रयासों के बाद भी जब आफशां पुलिस के हाथों नहीं लग पाई तो इनाम राशि को बढ़ाकर 50 हज़ार कर दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडे ने बताया कि फरार चल रही आफशां अंसारी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है और उन्हें ढूंढ़ने के लगातार प्रयास जारी हैं।
साथ ही, पुलिस की तरफ से 12 अपराधियों की सूची जारी की गई है। इसमें मनिया के सोनू मुसहर, चकफरीद के सद्दाम हुसैन, बनगांवा के वीरेंद्र दुबे, इमिलिया के अंकित राय, नसरतपुर के अंकुर यादव, आजमगढ़ के सिधारी थाना के त्योखर के अशोक यादव, जोगा मुसाहिब के अमित राय, मुख्तार के शूटर शेरपुर के अंगद राय, चकिया के रवि बिंद और सकरा के सोनू बिंद के ऊपर 25 हजार रुपये के इनाम घोषित हैं।