भोपाल। डिंडोरी में सामूहिक विवाह सम्मेलन में शादी से पहले दुल्हनों का प्रेंगनेंसी टेस्ट कराए जाने को आम आदमी पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल ने आपत्तिजनक बताया है। उन्होंने कहा कि ये युवतियों की निजता का हनन है और आदिवासी बहनों का अपमान हैं। प्रशासन और सरकार को इसको लेकर माफी मांगनी चाहिए।
रानी अग्रवाल ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि किसी युवती की निजी जिंदगी में दखल देने का किसी को हक नहीं हैं और ये केवल एक टेस्ट नहीं बल्कि आदिवासी बहनों के चरित्र पर उठाए गए सवाल हैं। प्रशासन,सरकार को महिलाओं के चरित्र पर सवाल उठाने का हक किसने दिया? उन्होंने कहा कि महिलाओं को बहन और बेटी बोलने वाली भाजपा और भाजपा सरकार महिलाओं का सम्मान करना नहीं जानती।
मध्यप्रदेश में कभी शूर्पणखा बताकर तो कभी उनके चरित्र पर सवाल उठाकर उन्हें अपमानित किया जा रहा है। प्रदेश की महिलाएं और बेटियां भाजपा सरकार और उसके नेताओं द्वारा किए गए अपमान को भूलेंगी नहीं बल्कि उसका जवाब विधानसभा चुनाव में देंगी।
आप प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ये बेहद ही संवेदनशील मामला है। सरकार को इसकी जांच करानी चाहिए और जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बेटियों के साथ हुई शर्मनाक हरकत को लेकर और बेटियों,बहनों के सम्मान में आम आदमी पार्टी सड़कों पर उतरेगी।
डिंडौरी में महिला कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
वहीं सोमवार को इस पूरे मामले में विरोध प्रदर्शन करते हुए डिंडोरी महिला कांग्रेस ने रैली निकाल कर अवंती बाई चौक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पुतला दहन किया है। प्रदर्शनकारी महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एसडीएम को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपते हुए शिवराज सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है।