फतेहाबाद, जिले के गांव सनियाना में विवाहित पंजाब की एक महिला अपनी शादी के दो माह बाद ही घर से सोने, चांदी के जेवर और नकदी लेकर फरार हो गई। भूना पुलिस ने आठ माह तक रिपोर्ट दर्ज नहीं की। बाद में राज्य के गृह मंत्री अनिल विज के आदेश के बाद पुलिस ने आरोपित महिला के अलावा उसकी मां, बिचौलियों सहित सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
भूना के गांव सनियाना निवासी मुकेश ने गृहमंत्री अनिल विज को दी शिकायत में बताया कि उसकी शादी 25 मई 2022 को पंजाब के गांव गोलेयांवाली निवासी किरण के साथ हुई थी। इस शादी में बलदेव सिंह व लक्की प्रधान बिचौले थे। उसने बताया कि शादी के बाद उसने मैरिज रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदनपत्र के साथ किरण का आधार कार्ड दिया लेकिन जांच में आधार कार्ड फर्जी निकला। पीड़ित ने बताया कि वह 4 जुलाई को किरण को दवा दिलवाने के लिए बाइक से भूना ले जा रहा था।
पीड़ित के अनुसार किरण ने उकलाना रोड बाग के पास बाइक रुकवाई और वहां पहले खड़ी एक कार में बैठ कर गई। उसने रोकना चाहा तो कार में बैठे उसके परिजनों ने उससे मारपीट की। उसके के पास दवाई के लिए रखे सात हजार रुपये भी छीन कर सभी भाग गए। मुकेश ने बताया कि उसने घर आकर देखा तो सोने के झुमके, मंगलसूत्र, अंगूठी, चांदी की चुटकी, पांजेब व करीब 20 हजार रुपये भी गायब थे।
मुकेश ने बताया कि वह महिला के मायके गए लेकिन वहां न किरण न ही उसके माता-पिता मिले। वहां उसका भाई और मामा मिले, जिन्होंने उसे जान से मारने की धमकी दी। इस पर उसने 5 सितंबर 2022 को भूना पुलिस को लिखित शिकायत दी, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। मुकेश ने आरोप लगाया कि टोहाना थाने में उसे तलब कर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया गया। इसके बाद थक हार कर उसने 8 दिसंबर को गृह मंत्री अनिल विज को लिखित में शिकायत भेजी और 17 जनवरी को उनके दरबार में पेश होकर फिर शिकायत दी। घटना के आठ माह बाद भूना थाना पुलिस ने पीडि़त की पत्नी किरण के अलावा बलदेव सिंह फिरोजपुर, प्रधान लक्की, राजरानी, लवप्रीत, प्रीत निवासी गोलेयावाली के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।