नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में भाजपा नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को चुनाव आयोग से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और उनके बेटे प्रियांक खरगे के बयानों को लेकर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। पीयूष गोयल के अलावा इस प्रतिनिधिमंडल में भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी और पार्टी के इलेक्शन कमेटी के इंचार्ज ओम पाठक भी शामिल रहे।
चुनाव आयोग से शिकायत करने के बाद मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कांग्रेस के नेता एक के बाद एक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दे रहे हैं। गोयल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और उनके बेटे प्रियांक खरगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपशब्द बोल कर और आपत्तिजनक बयानबाजी करके कानून व्यवस्था को खराब करने और कर्नाटक के चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं।
पीयूष गोयल ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग के सामने कांग्रेस नेताओं के सभी बयानों को सामने रखते हुए आयोग से कांग्रेस अध्यक्ष और उनके बेटे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रियांक खरगे ने बंजारा समाज का अपमान किया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया है।
भाजपा ने बजरंग दल पर बैन लगाने के कांग्रेस के वादे के मुद्दे को भी चुनाव आयोग के सामने उठाया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज कांग्रेस के घोषणापत्र में बजरंग दल पर बैन लगाने की बात कही गई है, यह बहुत ही शर्मनाक है। एक संगठन जो श्री राम की सेवा में जुटा हुआ है, जो बजरंग दल बजरंगबली का नारा लेकर जनता में अपना काम करता है उस पर प्रतिबंध लगाने की जो कोशिश कांग्रेस कर रही है यह उनकी सोच को बताता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संवैधानिक संस्थाओं का अपमान कर रही है और तुष्टिकरण की राजनीति करती है।
चुनाव आयोग से कांग्रेस नेताओं द्वारा की गई शिकायत के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि हमारे किसी भी नेता ने कुछ भी गलत नहीं कहा है। कांग्रेस ये तो बताए कि हमने क्या गलत बोला है।