Wednesday, December 25, 2024

स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान से संतों में उबाल, किया बुद्धि-शुद्धि यज्ञ, देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराने की मांग

वाराणसी। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान को लेकर काशी के संतों में नाराजगी बढ़ रही है। संतों ने मौर्य के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराने की मांग कर बुधवार को बुद्धि-शुद्धि यज्ञ भी किया। अस्सी डुमराव बाग स्थित काशी सुमेरूपीठ में जुटे संतों ने पीठाधीश्वर जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानंद सरस्वती के अगुवाई में बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया।

इस दौरान स्वामी नरेन्द्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस समय बहुत से ऐसे लोग हैं, जो विवादित बयान देकर देश और समाज में माहौल खराब करना चाहते हैं। ऐसे राजनीतिज्ञों का दिमागी संतुलन बिगड़ गया है। ऐसे व्यक्ति पर राष्ट्रदोह का मुकदमा दर्ज कर जेल में भेज देना चाहिए।

स्वामी नरेन्द्रानंद ने कहा कि स्वामी प्रसाद 10 जन्म लेंगे तब उन्हें सनातन धर्म की समझ होगीं। उन्होंने बताया कि राष्ट्र का विकास, उत्कर्ष, भारत विजयी हो और प्रदेश के नेताओं के बुद्धि के लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया गया। उन्होंने बताया कि देश में शांति के लिए महामृत्युंजय मंत्र का पाठ भी किया गया। गौरतलब हो कि समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने विवादास्पद ट्वीट किया था।

स्वामी प्रसाद ने ट्वीट में लिखा था कि रामराज धोखा है। पहले भी रामराज के नाम पर एकलव्य का अंगूठा काटा गया। अब दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों का आरक्षण काटा जा रहा है। जागो सावधान हो जाओ…रामराज हटाओ और आरक्षण बचाओ। इस ट्वीट को लेकर संतों में नाराजगी है। इसके पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान दिया था। स्वामी प्रसाद मौर्य ने मानस को प्रतिबंधित करने की मांग भी की थी।

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