नई दिल्ली – भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पिछले 1 महीने से दिल्ली के जंतर मंतर पर धरने पर बैठी देश की होनहार बेटी साक्षी मलिक ने आज के दुर्व्यवहार पर गहरा रोष व्यक्त किया है।
साक्षी ने कहा है कि कभी सोचा नहीं था कि कुश्ती की रिंग में लड़ते-लड़ते एक दिन इंसाफ के लिए भी ऐसे सड़कों पर भी लड़ना पड़ेगा, देश की बेटियां बहुत मजबूत है, जब विदेश में मैडल जीत सकती हैं, तो अपने देश में इंसाफ की लड़ाई भी जीत के ही मानेगी।
साक्षी मलिक ने अपनी जीत की फोटो के साथ आज के दुर्व्यवहार की फोटो ट्वीट करते हुए घटना पर गहरा रोष व्यक्त किया है। साक्षी ने कहा, “आज हमारे साथ जो हुआ है, वह सभी ने देखा। कोई भी इसे कभी नहीं भूलेगा। जब हम लड़कियों को दिल्ली में सड़क पर पीटा और घसीटा जा रहा था, तब हमारे प्रधानमंत्री फोटो खिंचवाने में व्यस्त थे।”
साक्षी ने बातचीत में कहा कि उन्हें उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में ले जाया गया और उनकी मेडिकल जांच की गई । साक्षी ने कहा, “मुझे बुराड़ी ले जाया गया, मेरा अन्य पहलवानों से संपर्क करना मुश्किल था। उम्मीद है कि सभी ठीक होंगे। हम यहां से जंतर-मंतर जाएंगे और न्याय मिलने तक लड़ाई जारी रखेंगे।”
ओलंपियन पहलवानों बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट को दिल्ली पुलिस ने रविवार की सुबह हिरासत में लिया था। इसके बाद पुलिस उन्हें शहर के तीन अलग-अलग स्थानों पर ले गई थी जहाँ से उन्हें देर शाम रिहा किया गया।
साक्षी ने उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज होने पर कहा कि दिल्ली पुलिस को यौन शोषण करने वाले बृज भूषण के ख़िलाफ़ FIR दर्ज करने में 7 दिन लगते हैं और शांतिपूर्ण आंदोलन करने पर हमारे ख़िलाफ़ FIR दर्ज करने में 7 घंटे भी नहीं लगाए। क्या इस देश में तानाशाही शुरू हो गई है ? सारी दुनिया देख रही है कि सरकार अपने खिलाड़ियों के साथ कैसा बर्ताव कर रही है।
दिल्ली पुलिस ने इन प्रदर्शनकारी पहलवालों को उस समय हिरासत में लिया, जब वे जंतर-मंतर से नए संसद भवन की ओर मार्च करने का प्रयास कर रहे थे।इस बीच, पुलिस ने जंतर-मंतर पर लगे टेंट को उखाड़ फेंका, ताकि पहलवान यहां फिर से धरना पर न बैठ पाएं।
घटनाक्रम से वाकिफ एक सूत्र ने बताया कि बजरंग पुनिया को मयूर विहार पुलिस स्टेशन ले जाया गया और विनेश फोगाट को उनकी बहन संगीता फोगाट के साथ कालकाजी थाने ले जाया गया। इन पहलवानों से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन, उनसे संपर्क नहीं हो सका। दिल्ली पुलिस ने अभी तक विरोध करने वाले पहलवानों के मौजूदा ठिकाने को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है।
इससे पहले, पहलवान विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर कहा कि कई समर्थकों, महिला अधिकार कार्यकर्ताओं और महिला सम्मान महापंचायत के सदस्यों को दिल्ली पुलिस ने नए संसद भवन के बाहर उनके नियोजित विरोध प्रदर्शन से पहले हिरासत में लिया था।
घंटों बाद, फोगाट बहनों, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और अन्य प्रदर्शनकारी पहलवानों को भी धरना स्थल से हिरासत में ले लिया गया। जंतर मंतर पर शूट किए गए वीडियो में पहलवानों और उनके समर्थकों को एक-दूसरे की रक्षा करने की कोशिश करते हुए दिखाया गया है, जबकि पुलिस उन्हें हिरासत में लेने की कोशिश कर रही थी । पुलिस ने कथित तौर पर जंतर मंतर पर उनके मैट, टेंट और कूलर हटा दिए हैं। सभी सामानों को भी नष्ट कर दिया है।