शामली। कुख्यात बदमाश संजीव जीवा के शव को पोस्टमार्टम के बाद उसके पैतृक गांव आदमपुर में भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच एम्बुलेंस से लाया गया। कुख्यात बदमाश के अंतिम संस्कार को देखते हुए देर रात से ही पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई थी।
सुबह होते होते एएसपी के नेतृत्व में गांव को छावनी में तबदील कर दिया गया। पुलिस ने किसी भी व्यक्ति को कुख्यात के घर के आसपास तक नहीं फटकने दिया। दोपहर बाद जैसे ही कुख्यात का शव गांव पहुंचा तो पुलिस ने आनन फानन में ही कुख्यात की पैतृक कृषि भूमि पर अंतिम संस्कार करा दिया।मुखाग्नि ज्येष्ठ पुत्र तुषार द्वारा दी गई।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आतंक का प्राय: बन चुके बाबरी थाना क्षेत्र के गांव आदमपुर निवासी कुख्यात बदमाश संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा की लखनऊ स्थित कोर्ट में पेशी के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई। बुधवार देर शाम ही प्रशासन
को सूचना मिली कि कुख्यात का अंतिम संस्कार पैतृक गांव में किया जायेगा, जिसकी जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर आ गया और देर रात्रि में ही गांव में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए बाबरी पुलिस को तैनात किया गया।
गुरूवार सुबह होते-होते एएसपी ओपी सिंह, सीओ थानाभवन श्रेष्ठा ठाकुर आसपास के थाना कोतवाली शामली, थाना बाबरी, थाना गढीपुख्ता, थाना थानाभवन को लेकर गांव पहुंच गए और गांव को पूरी तरह से छावनी में तबदील करा दिया गया। करीब 3 बजे कुख्यात का शव एम्बुलेंस द्वारा कडी सुरक्षा के बीच गांव आदमपुर लाया गया, जिसे कोतवाली प्रभारी नेमचंद
स्कॉट करते हुए लेकर पहुंचे। शव को करीब आधा घंटे तक पैतृक मकान के आंगन में रखा गया और गिने चुने परिजनों द्वारा अंतिम संस्कार की क्रियाऐं विधि विधान से पूरी कराई गई , जिसके बाद पुलिस ने तत्काल शव को ले जाकर अंतिम संस्कार कराये जाने की हिदायत दी । केवल पुलिस द्वारा बनाई गई सूची के आधार पर ही शव यात्रा में ग्रामीणों को जाने की अनुमति दी गई, जिसके बाद
कुख्यात के शव को लेकर गांव चूनसा मार्ग स्थित पैतृक कृषि भूमि पर ले जाया गया, जहां पर बडे पुत्र तुषार द्वारा चिता को मुखाग्नि दी गई। इस दौरान बदमाश संजीव जीवा की मां कुंती व सास राजबाला, पुत्र तुषार, हरिओम, वीरभद्र, पुत्री आर्य के अलावा अन्य रिश्तेदार मौजूद रहे।