वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार देर शाम दुनियाभर के जी-20 देशों से काशी आये विदेशी मेहमानों का होटल ताज में गर्मजोशी से स्वागत किया। प्रदेश सरकार की ओर से आयोजित रात्रि भोज में मुख्यमंत्री मेहमानों के साथ शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विदेशी मेहमानों से भी सौहाद्रपूर्ण माहौल में वार्ता की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर से जी-20 बैठक के बाबत जानकारी की। मुख्यमंत्री ने विदेश मंत्री को जी-20 का अंगवस्त्रम पहनाकर व लोगो स्मृति चिन्ह स्वरूप भेंट कर सम्मानित भी किया।
जी-20 डिप्लोमेट्स का काशी में ग्रैंड वेलकम, गंगा पार हुई आतिशबाजी
जी-20 समिट की बैठक में शामिल होने के लिए वाराणसी पहुंचे विदेशी डिप्लोमेट्स रविवार शाम दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा सेवा निधि की भव्य आरती देख मंत्रमुग्ध हो गये। योगी सरकार की ओर से विदेशी आगंतुकों के सत्कार के लिए यहां महाआरती का आयोजन किया गया। गंगा तट पर ग्रैंड वेलकम से जी-20 के डिप्लोमेट्स भी अभिभूत दिखे। इसके लिए जिला प्रशासन और गंगा सेवा निधि की ओर से तैयारियों को पहले ही पूरा करा लिया गया था।
गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में दशाश्वमेध की आरती पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान बना चुकी है। काशीवासियों के लिए हर्षोल्सास की बात है कि जी-20 की अध्यक्षता भारत कर रहा है। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के प्रयास से वाराणसी में इसकी बैठकों का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि विदेशी डेलिगेशन दशाश्वमेध घाट पर भगवती मां गंगा की आरती में शामिल हुए। गंगा सेवा निधि की ओर से नौ अर्चकों ने मां गंगा की भव्य महाआरती की साथ ही 18 देव कन्याएं भी आरती में शामिल हुईं। जो की मां गंगा की महाआरती को ओर भी भव्यता प्रदान कर रही थी। इस अवसर पर दशाश्वमेध घाट को भव्य रूप से सजाया गया था। 11000 दीपों से दशाश्वमेध घाट का कोना-कोना जगमग हो उठा।