जबलपुर। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को जबलपुर प्रवास के दौरान मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए अपनी पार्टी के प्रचार अभियान की शुरुआत की। जबलपुर पहुंचने पर प्रियंका सबसे पहले नर्मदा घाट पहुंचीं और आरती में हिस्सा लिया। हालांकि इस दौरान उन्होंने एक गलती कर दी, जिस पर भाजपा ने उन पर निशाना साधा है।
दरअसल, नर्मदा आरती के दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा के एक तरफ कमल नाथ और दूसरी तरफ विवेक तन्खा खड़े थे। सभी नेता आरती कर रहे थे। प्रियंका ने मां नर्मदा की आरती उतारने के बाद आरती विवेक तन्खा को दी। इस दौरान आरती पूरी नहीं हुई थी लेकिन प्रियंका ने खुद आरती ले ली। नियमानुसार आरती पूरी होने के बाद पहले भगवान को आरती दी जाती है, फिर खुद ली जाती है लेकिन प्रियंका यहां गलती कर गईं।
इसके बाद भाजपा ने इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए उन पर निशाना साधा। प्रदेश भाजपा के ट्विटर हैंडल पर लिखा गया कि ‘ढोंग और आस्था में यही फर्क है। प्रियंका गांधी को इतना नहीं पता कि आरती पहले भगवान को दी जाती है, फिर इंसान लेते हैं। इसलिए ही इन्हें चुनावी हिंदू कहा जाता है।’
प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा चुनावी हिंदू हैं, जिन्हें चुनाव के समय ही मंदिर, गंगा और नर्मदा मैया की याद आती है। प्रदेश की जनता कांग्रेस के इस पाखंड को अच्छी तरह समझती है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा कि भगवान से पहले खुद आरती लेना और देश से पहले गांधी परिवार की आरती उतारना, यही इन कांग्रेसियों की पहचान है।
वीडियो पर एक यूजर ने कमेंट लिखा, उन्होंने (प्रियंका वाड्रा) खुद आरती करके आरती ले ली, लेकिन आप जिस तरह से पूर्व मुख्यमंत्री (कमल नाथ) आरती कर रहे हैं, उनको भी देखना चाहिए था। उनको लगता है कि आरती ऐसे की जाती है। आप देखेंगे, नर्मदा नदी के अंदर जो जल प्रभावित हो रहा है, इस जल में कांग्रेस पार्टी जल समाधि लेगी।