मुज़फ्फरनगर। किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर पूरण सिंह ने आर्य समाज रोड स्थित आर्य समाज मंदिर में आयोजित प्रेस वार्ता में जिले की बिजली सुधार योजना में भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एलएंडटी कंपनी द्वारा गांवों में 90 प्रतिशत फर्जी कार्य दिखाकर करोड़ों रुपये का भुगतान लिया गया, जबकि ज़मीनी स्तर पर कार्य ना के बराबर हुआ।
पूरण सिंह ने कहा कि योजना के तहत पुराने, जर्जर विद्युत तारों को बदलकर नई लाइनें डालने की प्रक्रिया अपनाई जानी थी, लेकिन न तो तारों की पैमाइश की गई और न ही उनके स्क्रैप निस्तारण का कोई पारदर्शी रिकॉर्ड रखा गया। उन्होंने कहा कि कई जगहों पर कार्य हुए बिना ही भुगतान पास कर लिया गया।
उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि शाहपुर बिजलीघर के गढ़ी टाउन फीडर पर कोई कार्य नहीं हुआ, फिर भी 16.8 किलोमीटर लाइन डालने का बिल बना। अटाली बिजलीघर के नगवा फीडर पर कार्य शून्य रहा, लेकिन 39.34 किलोमीटर का भुगतान ले लिया गया। खरड़ बिजलीघर पर देवी फीडर का न तो सर्वे हुआ, न 12 किलोमीटर से अधिक कार्य, लेकिन बिल 31 किलोमीटर का बनाकर भुगतान प्राप्त कर लिया गया। न्यू रुड़की रोड पर मल्लूपुरा फीडर पर मात्र 10 किलोमीटर कार्य हुआ, लेकिन 28 किलोमीटर का बिल पास हुआ। इसी प्रकार साकेत फीडर का सर्वे 18 किलोमीटर का हुआ था, लेकिन बिल 44 किलोमीटर का लगाया गया।
पूरण सिंह ने आरोप लगाया कि यह घोटाला लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड कंपनी और विद्युत विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से किया गया है। उनका कहना है कि जिले के सैकड़ों फीडरों पर या तो कार्य हुआ ही नहीं या नाम मात्र कार्य हुआ, जबकि बिलिंग कई गुना ज्यादा दर्शाकर करोड़ों का भुगतान किया गया। उन्होंने दावा किया कि संगठन के पास इन अनियमितताओं की विस्तृत सूची और तकनीकी साक्ष्य मौजूद हैं, जिन्हें सरकार को सौंपा जाएगा।
उन्होंने भैसाना शुगर मिल द्वारा किसानों के गन्ना भुगतान में की जा रही लापरवाही पर भी नाराजगी जताई और चेतावनी दी कि यदि जल्द भुगतान नहीं हुआ तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
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प्रेस वार्ता में पूरण सिंह ने प्राइवेट स्कूलों की मनमानी को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि स्कूल संचालक अभिभावकों को केवल एक निर्धारित दुकान से किताबें और कॉपियाँ खरीदने के लिए मजबूर कर रहे हैं, और 50–60 प्रतिशत तक कमीशन लेकर अभिभावकों का आर्थिक शोषण कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि ऐसे स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
इस मौके पर किसान मजदूर संगठन के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।