सहारनपुर। सहारनपुर नगर में डेढ दर्जन से ज्यादा स्थानों पर जबरदस्त जलभराव होने सेे जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। नगर निगम पिछले 24 घंटे के दौरान पांच हजार लोगोें को उनके घरों से निकालकर राहत शिविरों में पहुंचाया है।
कई गौशालाओं में तीन से चार फीट पानी भर जाने से वहां से करीब 18 सौ गोवंश को आज नगर आयुक्त गजल भारद्वाज, पुलिस, एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। जनकपुरी थाने के गणपति विहार में गंगलवार तडके साढे तीन बजे अनुज राणा के मकान पर आकाशीय बिजली गिरने से लाखों रूपए कीमत के इलैक्ट्रानिक उपकरण जल गए और मकान क्षतिग्रस्त हो गया।
अनुज राणा ने बताया कि जब परिवार के सभी लोग सो रहे थे तो बम जैसी आवाज होने से सभी घबरा गए। जागने पर पता चला कि उनके मकान पर आकाशीय बिजली गिर गई। पडोसी भी घरों से बाहर निकल आए। मेयर डा. अजय सिंह ने बताया कि छतों पर चढे सभी लोगोें को उतारकर शिविरों में भेज दिया गया है। असामान्य से कही ज्यादा लगातार बारिश होने से सहारनपुर नगर की पांवधोई और ढगोला नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। हिडन के आस-पास की 12 से 13 कालोनियों में जलभराव से हालात बिगड गए है।
नगर के आठ से 10 हजार लोग प्रभावित हुए है। मेयर डा. अजय सिंह ने बताया कि निगम ने नगर में सात राहत शिविर बनाए हे। जिनमें चार हजार लोगों को रखा गया है। जहां खाने-पीने के सभी प्रबंध किए गए है। पानी में डूबे घरों की छतों पर चढे लोगोें को सुरक्षित बचाने और राहत शिविरों में पहुंचाने का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है।
सहारनपुर में रिकार्ड तोड 200 मिली मीटर से ऊपर बारिश होने से हालात बिगड गए है। सभी नदियां उफान पर है। एनडीआरएफ, पुलिस, फायर ब्रिगेड और नगर निगम बचाव कार्य में जी-जान से जुटा है। नगर की पंजाबी बाग, वीनू विहार, सेतिया विहार, दयाल कालोनी, देवपुरम, नीलकंठधाम बृजेश नगर , सांकेत कालोनी, वाल्मीकी बस्ती और चकरहेडी आदि शामिल हैॅ। जिलाधिकारी डा. दिनेश चंद्र ने सभी तहसीलदारो और राजस्व विभाग को अलर्ट किया हुआ है। जो हालात पर नजर रखे है। कंट्रोल रूम भी बनाया गया है।
जिले के कस्बों देवबंद, नानौता, चिलकाना, सरसावा, नकुड गंगोह आदि में निचले स्थानों पर जल भराव होने से जन-जीवन प्रभावित हुआ है। कई स्थानों पर कच्चे घर गिरने की सूचनाएं मिली।