बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सोमवार को संयुक्त विपक्ष की बैठक में देश भर के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं का स्वागत किया। वहीं पूर्व सीएम कुमारस्वामी इस बैठक की जमकर आलोचना की।
सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि मैं देश के प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं का दिल से स्वागत करता हूं, जो सत्तावाद सांप्रदायिकता और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए एक साथ आए हैं।
उन्होंने कहा कि सद्भाव के इस शांतिपूर्ण बगीचे में बोए गए बीज हमारे संविधान में निहित धर्मनिरपेक्ष समाजवादी और लोकतांत्रिक मूल्यों को बहाल करने के लिए है।
दूसरी ओर, पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने दावा किया कि वे (कांग्रेस) जेडी (एस) को कुछ नहीं मानते हैं। इस कार्यक्रम के आयोजक इस भ्रम में हैं कि जद (एस) समाप्त हो गया है।
उन्होंने एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा, मैं इस बारे में कोई टिप्पणी या चिंता नहीं करना चाहता कि हमें निमंत्रण दिया गया है या नहीं।
जब उनसे एनडीए में शामिल होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें कहीं से निमंत्रण नहीं मिला है। उन्होंने दावा किया कि इस सब के लिए अभी समय है, देखते हैं।
कुमारस्वामी ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि 42 किसानों की आत्महत्या के मामलों पर ध्यान देने के बजाय कांग्रेस गठबंधन बनाने में व्यस्त है।
उन्होंने कहा, ऐसे समय में जब किसान मर रहे हैं, इस आयोजन पर करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे हैं। कुमारस्वामी ने कहा कि वर्तमान सरकार ने कृषक समुदाय को एक भी संदेश देने की जहमत नहीं उठाई है, जिसमें उन्हें आश्वासन दिया जाए कि वह आत्महत्या जैसा कदम न उठाएं।
उन्होंने कहा, मेरी पार्टी के अपने कार्यकर्ता हैं। हर चुनाव में जनादेश बदलेगा। आगे कहा कि अभी गठबंधन के बारे में बात करना जल्दबाजी होगी, लोकसभा चुनाव में अभी सात से आठ महीने का समय है, देखते हैं चीजें कैसी होती हैं।