मुजफ्फरनगर। छपार थाना क्षेत्र के गांव रई निवासी गोपाल ने बुधवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचकर एक दंपती पर धोखे से नसबंदी कराने का आरोप लगाया। पीडि़त ने आरोपी दंपती के खिलाफ कार्रवाई कराने की मांग की।
पीडि़त गोपाल ने एसएसपी को दिए ज्ञापन में बताया कि वह कई दिन से बीमार था। विगत 22 जुलाई को गांव का ही युवक अमरीश उसके पास आया और बताया कि उसकी पत्नी आशा है। वह उसे अस्पताल में दिखवाकर दवाई दिलवा देगा। अगले दिन दंपती उसे लेकर मखियाली अस्पताल में पहुंचे।
गोपाल ने बताया कि वह काफी दिनों से पाइल्स की बीमारी से पीड़ित है। 22 जुलाई को सुबह उसके पास गांव का अमरीश आया और अपनी पत्नी को आशा बताते हुए उसके माध्यम से उपचार कराने की बात कही। अमरीश उसे घर से बुलाकर ले गया। गांव के बाहर बस अड्डे पर आते ही उसे सरकारी एम्बुलेंस में बैठा दिया। एम्बुलेंस में पहले से ही अमरीश की पत्नी जो कि आशा है, वह बैठी हुई थी।
अमरीश और उसकी पत्नी सुलक्ष्णा उसे मखियाली अस्पताल में एक कमरे में लेकर चले गए। वहां पर कागज भी अमरीश के नाम के बनवाए गए। जिसके बाद उसे इंजेक्शन लगा कर बेहोश कर दिया गया और काफी देर तक उसे कुछ होश नहीं रहा। 2 घंटे बाद उसे रिक्शा में बैठाकर घर भेज दिया गया। गोपाल ने बताया कि 2 दिन बाद उसे पता चला कि उसकी नसबन्दी कर दी गई है।
उसने बताया कि दोपहर को अमरीश और उसकी पत्नी ने उसे मंदिर के पास छोड़ दिया। कहा कि अभी इंजेक्शन का असर है। उसी दिन से वह बिस्तर पर है। हाल ही में उसे पता चला कि उसकी धोखे से नसबंदी करा दी गई, जबकि अभी वह अविवाहित है।
पीडि़त ने दोनों आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सीएमओ डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने कहा कि जांच कराई जाएगी।