मेरठ। मेरठ जिले में कई जगह बाहरी लोग झोपड़ी डालकर झुंड में रह रहे हैं। कंकरखेड़ा के शोभापुर में झोपड़ी डालकर रह रहे 400 से अधिक लोगों को लेकर हंगामा हो गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ये रोहिंग्या हो सकते हैं। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। इसमें कुछ लोग अपने पहचान पत्र दिखा सके। सीओ दौराला अभिषेक पटेल ने बताया कि सभी के पहचान पत्र चेक किए जा रहे हैं, जिनकी सत्यापन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
शोभापुर के कुछ ग्रामीणों ने अपने खेत की जमीन पिछले छह महीने से बाहरी लोगों को किराए पर दे रखी है। जो अपने परिवार के साथ झोपड़ी डालकर रह रहे हैं। वह कूड़ा बीनने का काम करते हैं। दोपहर के समय भाजपा पार्षद सुमित बैरागी और अन्य ग्रामीण वहां पहुंचे। जिन्होंने इन परिवारों से आधार कार्ड मांगे, लेकिन अधिकतर लोग कोई पहचान पत्र नहीं दिखा सके। उनके बोलचाल का लहजा देखकर पुलिस को मौके पर बुलाया गया। हालांकि पुलिस के पहुंचने से पहले कुछ लोगा वहां से खिसक गए। बाकी से पूछताछ में पता चला कि उनमें अधिकतर परिवार असम के हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि परिवार रोहिंग्या हो सकते हैं।
भाजपा पार्षद सुमित ने बताया कि वह आज शुक्रवार को ग्रामीणों के साथ जिलाधिकारी दीपक मीणा से मिले। उन्होंंने जिलाधिकारी से मिलकर सारे मामले को अवगत कराया है। वह किसी भी कीमत ऐसे लोगों को यहां नहीं रहने देंगे, जिससे माहौल खराब हो।