शामली। एआरटीओ की गाडी में जीपीएस लगाने के मामले में पुलिस ने एआरटीओ कार्यालय के तीन कर्मचारियों समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामला शहर के बीच में से ओवरलोडिंग वाहनों को निकाले जाने को लेकर अवैध वसूली का निकलकर सामने आया है। पुलिस इस मामले में कई अन्य लोगों की तलाश करने में जुटी है।
विगत तीन अगस्त को एआरटीओ रोहित राजपूत की सरकारी गाडी में किसी अज्ञात युवकों द्वारा जीपीएस लगाये जाने का मामला सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से सामने आया था। सरकारी गाडी होने के साथ साथ जिले में परिवहन विभाग के एआटीओ की गाडी में जीपीएस लगाने का मामला सुर्खियों में बन गया था। शिकायत करने के साथ ही पुलिस इस मामले के खुलासे में लगी हुई थी। पुलिस ने इस मामले में जांच करने के उपरांत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनमें से तीन लोग बाबूराम निवासी मौहल्ला दयानंदनगर, शमीम निवासी आजाद चौक, सुधीर निवासी ग्राम मालैंडी सहित दो अन्य लोगों आजम, सूफियान निवासी ग्राम माल्लीपुर थाना कांधला को गिरफ्तार कर लिया है।
जिसमें पकडे गए आजम ने बताया कि वह ओवर लोडिंग गाडियों को निकालने के लिए एंट्री लेता था। गाडी मालिक सूफियान व उसके ड्राईवर मुसारिक द्वारा एआरटीओ की गाडी में जीपीएस लगाया गया है। एआरटीओ कार्यालय में पकडे गए कर्मचारियों ने पूछताछ में बताया कि उनके द्वारा ओवर लोडिंग गाडियों को शहर से पास कराये जाने के नाम पर अलग अलग ग्रुप बना रखे है और कोड वर्ड बताते वाली गाडियों को पैसा देने के बाद छोड दिया जाता था।
सूफियान व आजम द्वारा भी अपने ग्रुप की गाडियों की संख्या बढाये जाने के लिए कम रूपये लेकर एंट्री कराई जाती थी। दोनों ग्रुप अलग अलग मिलकर अवैध वसूली करते है। पुलिस ने पकडे गए लोगों के पास से घटना में प्रयुक्त शिफ्ट डिजायर गाडी को बरामद कर लिया है।