शामली। दो दिन पूर्व रूपयों के लेनदेन को लेकर हुए संघर्ष में भाजपा नेता के पुत्र को गिरफ्तार किए जाने से आक्रोशित भाजपा नेताओं ने कोतवाली परिसर में जमकर हंगामा किया। उन्होने पुलिस पर सांठगांठ के चलते भाजपा नेता व उसके पुत्र पर गंभीर धाराओं में झूठा मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाया है। वही पुलिस ने भाजपा नेताओं के किसी दबाव में आये बिना आरोपी को जेल भेज दिया।
गत दो दिन पूर्व शहर कोतवाली क्षेत्र के हाजीपुरा निवासी पूर्व सभासद नसीम उर्फ भूरा व उसके भाई तहसीम व रहीस के बीच देर शाम रूपयों के लेनदेन को लेकर जमकर संघर्ष हो गया था। दोनों पक्षों के लोग हाथों में धारदार हथियार लेकर आमने-सामने आ गए और जमकर संघर्ष हुआ। सरेआम हथियार चलने से मौहल्ले में भगदड मच गई। पुलिस ने घटना के संबंध में दोनों पक्षों को मेडिकल परीक्षण कराने के बाद मुकदमा दर्ज किया था।
शनिवार को कोतवाली पुलिस ने भाजपा नेता नसीम उर्फ भूरा के पुत्र मोहसीन उर्फ मोसीन उर्फ हाण्डा निवासी मौहल्ला हाजीपुरा व समीर पुत्र शमीम निवासी मौहल्ला आजाद चौक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। भाजपा नेता के पुत्र की गिरफ्तारी की सूचना पर दर्जनों भाजपा नेता शामली कोतवाली पहुंचे और पुलिस पर सांठगांठ के चलते फर्जी मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। उन्होने भाजपा नेता व उसके पुत्र पर फर्जी मुकदमे दर्ज करने का आरोप लगाया।
इस दौरान सीओ अमरदीप मौर्य व भाजपा नेताओं के बीच तीखी नोंकझोक भी हुई, लेकिन पुलिस ने बिना किसी दबाव के आरोपी युवक का मैडिकल कराकर उसे जेल भेज दिया। हंगामा करने वालों में नगर पालिका चेयरमैन अरविन्द संगल, भाजपा नेता हरबीर मलिक, पुनीत द्विवेदी, विवेक प्रेमी, आशु नामदेव, सुखचैन वालिया, अनुराग शर्मा, सभासद विनोद तोमर, शशि अरोरा, सचिन जैन, प्रमोद जांगिड, पूरनचंद जाटव, सोनू जुनेजा, पंकज गुप्ता, उपेन्द्र द्विवेदी, घनश्याम पारचा, बादल गौतम आदि मौजूद रहे।
भाजपा नेताओं द्वारा झगडे के आरोपी को छुडाने के लिए कोतवाली परिसर में दरा बिछाकर धरना धरना प्रदर्शनभी किया गया, लेकिन भाजपा नेताओं की कोई सुनवाई नही हो सकी। जिसके बाद भाजपा नेता एसपी से बातचीत करने की बात कहते हुए स्वयं ही धरना समाप्त कर चले गए। भाजपा नेताओं ने कोतवाली के एसआई पर गांठगांठ के चलते फर्जी मुकदमे दर्ज करने का आरोप लगाया है। उन्होने मामले की शिकायत पार्टी हाईमकान से करने की चेतावनी दी है।