लखनऊ। लखनऊ में पीजीआई के सेक्टर-12 इलाके में कालिंदी पार्क के पास निर्माणाधीन अपार्टमेंट का एक हिस्सा अचानक ढह गया। इसकी चपेट में मजदूरों की पांच झोपड़ियां आने से 12 लोग मलबे में दब गए। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद दमकलकर्मी और एसडीआरएफ की टीमों को बुलाया गया। टीम ने तुरंत रेस्क्यू अभियान शुरू करते हुए मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालकर ट्रामा-2 में भर्ती कराया, जहां प्रतापगढ़ निवासी मुकादमऔर उसकी दो माह की नवजात कन्या आयशा की मौत हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे का संज्ञान लिया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। इसके साथ ही दुर्घटना में घायलों का समुचित उपचार कराए जाने के निर्देश दिए हैं।
निर्माणाधीन अपार्टमेंट में मजदूर का काम करने वाली बीकेटी निवासी सुनील ने बताया कि वह रोड के दूसरी तरफ झोपड़ी डालकर रहता है। रात को सभी लेबर खाना-पीना खाकर लेटे थे। कुछ झोपड़ी के अंदर थे तो कुछ गर्मी के चलते बाहर थे। बताया कि करीब साढ़े ग्यारह बजे अचानक जोरदार धमाके की आवाज का एहसास हुआ। ऐसा लगा कि बम फट गया हो। हड़बड़ा कर बाहर निकला तो देखा कि निर्माणाधीन अपार्टमेंट का एक हिस्सा ढह गया था और झोपड़ियां उसमें समा गईं थीं। वह तुंरत मलबे में कूद गया और लोगों को तलाशने लगा। इस बीच पुलिस और दमकलकर्मी पहुंच गए और रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया।
लोगों के मुताबिक पांच झोपड़ियों में चार पुरुष, दो बच्चे और एक महिला थी। घटना के वक्त पांच अन्य मजदूर भी खड़े थे। वह लोग भी अपार्टमेंट का हिस्सा ढहते ही उसमें गिर पड़े। लोगों ने किसी तरह पांचों को बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया। निर्माणाधीन अपार्टमेंट के पास ही कई अपार्टमेंट बने हैं। हादसे के बाद लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए।