देवबंद। देवबंद क्षेत्र में रहस्यमयी बुखार से लोगों की जान जा रही है। गांव साधारणपुर में दर्जनों लोग बुखार की चपेट में हैं। जिनका अलग-अलग अस्पतालों में उपचार चल रहा है। अकेले इसी गांव में एक पखवाड़े के भीतर इस रहस्यमयी बुखार से 15 लोगों की मौत हो चुकी है जिससे गांव में दहशत व्याप्त है।
ग्राम प्रधान मुकेश देवी ने आज बताया कि गांव में साफ-सफाई का पूरा ध्यान दिया जा रहा है। कीटनाशक दवाओं का छिड़काव जारी है। और फोगिंग भी कराई जा रही। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांव में जांच के लिए कोई भी टीम नहीं पहुंची है। इस कारण लगातार बुखार से पीड़ित रोगियों की संख्या बढ़ रही है। देवबंद सीएचसी के प्रभारी डा. अजय त्यागी ने आज स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांव भेजा। जांच में पाया गया कि जिन 15 लोगों की मौत हुई है बुखार से पहले वे अन्य बीमारियों से भी पीड़ित थे। डा. अजय त्यागी के मुताबिक मरने वाले आठ लोगों को कुछ को कैंसर और कुछ को दिल की बीमारी थी वहीं कुछ के फेफड़े खराब थे। बुखार के दौरान ही ह्दयघात से उनकी मौत हुई है। बाकी रोगियों की मृत्यु का कारण बुखार होना ही सामने आया है। गांव में जो भी लोग बुखार से पीड़ित मिले। जांच के बाद उन्हें दवाइयां वितरित की गई। रोजाना सीएचसी देवबंद में भी 25 से 30 रोगी पहुंच रहे हैं।
साधारणपुर की ग्राम प्रधान ने बताया कि पूर्व प्रधान समेत पांच लोग सहारनपुर और देहरादून अस्पतालों में भर्ती हैं जबकि 50 से ज्यादा लोग देवबंद, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर के अस्पतालों में भर्ती हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में जगह जगह गंदगी के ढेर लगे देखें। नालियां गंदगी से पटी पड़ी मिली जिस कारण गांव में जानलेवा मच्छरों का भयंकर प्रकोप है। एक ही गांव में बुखार का इतना प्रकोप होना जिले की स्थिति की भयावता को स्पष्ट रूप से बताने के लिए पर्याप्त है। पूरे जिले की स्थिति यही है। स्वास्थ्य विभाग और साफ-सफाई वाला काम पूरी तरह से चौपट है। जिसकी कीमत लोगों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ रही है।
कई लोगों ने बताया कि उन्हें दो-दो बार बुखार हो चुका है। डेंगू होने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता खत्म हो गई है जिससे बुखार से ठीक हुए रोगियों में त्वचा रोग फैल रहा है। विशेषज्ञ चिकित्सकों ने डेंगू के रोगियों को सुझाव दिया है कि वे नियमित दवा लें। खानपान पर ध्यान दे। पानी का अधिक सेवन करे। फलों, नारियल पानी, जूस, नींबू पानी ओआरएस घोल और दूध मात्रा बढ़ा दें। साथ ही धूप से भी बचे।