शामली। महात्मा ज्योतिबा फुले और माता सावित्रीबाई फुले के जीवन संघर्ष पर आधारित एक फिल्म पर सेंसर बोर्ड द्वारा लगाई गई रोक के विरोध में आम आदमी पार्टी ने सोमवार को ज़ोरदार प्रदर्शन किया। दर्जनों कार्यकर्ता और पदाधिकारी पार्टी के जिला अध्यक्ष सोराम सिंह के नेतृत्व में शामली कलेक्ट्रेट पहुंचे और राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
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ज्ञापन में मांग की गई कि महापुरुषों पर बनी फिल्म पर सेंसर बोर्ड द्वारा लगाई गई रोक तत्काल प्रभाव से हटाई जाए। आप नेताओं ने कहा कि यह न केवल अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सीधा हमला है, बल्कि देश के महान समाज सुधारकों की विचारधारा को दबाने का प्रयास भी है।
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पार्टी कार्यकर्ताओं ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले और माता सावित्रीबाई फुले ने शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और जातिगत भेदभाव के खिलाफ जीवन भर संघर्ष किया। उन्होंने समाज को नई दिशा देने के लिए अपने जीवन का बलिदान किया। ऐसे महापुरुषों की जीवनी पर फिल्म बनाकर युवाओं तक पहुंचाना जरूरी है ताकि वे प्रेरणा ले सकें और सामाजिक परिवर्तन का वाहक बन सकें।
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पार्टी नेताओं का कहना है कि फिल्म पर रोक लगाना बेहद निंदनीय और चिंताजनक है। यह दर्शाता है कि सरकार खुद नहीं चाहती कि समाज सुधारकों की विचारधारा जनमानस तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि सेंसर बोर्ड को लोकतांत्रिक मूल्यों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करना चाहिए।
आम आदमी पार्टी ने चेतावनी दी कि अगर इस फिल्म से रोक नहीं हटाई गई तो पार्टी देशभर में विरोध प्रदर्शन करेगी। साथ ही उन्होंने सरकार से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा और ऐतिहासिक तथ्यों के सही चित्रण को सुनिश्चित करने की मांग की।
इस अवसर पर पार्टी के अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी मौजूद रहे जिन्होंने एक स्वर में सरकार से सेंसर बोर्ड की कार्रवाई पर पुनर्विचार की मांग की।