संगरूर। पंजाब मुख्यमंत्री भगवत मान के बयान जाओ करते रहो आंदोलन को लेकर किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने खनौरी बॉर्डर पर मंगलवार को बड़ा बयान दिया है। अभिमन्यु कोहाड़ ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान कहा कि तमात राजनीतिक पार्टियां इस तरह का व्यवहार करती हैं। जब पार्टियां विपक्ष में होती हैं तो कुछ और कहती हैं। सत्ता में आने के बाद कुछ और कहती हैं। विपक्ष में होने पो वे हमेशा किसान हित की बात करेंगे। जैसे ही सत्ता में आते हैं वो किसान विरोधी हो जाते हैं। ये आज हमारे देश की राजनीति का चरित्र बन चुका है।
उन्होंने आगे कहा कि कुछ किसान नेताओं को कल रात हिरासत में लिया गया है, वो निंदनीय है। इस तरह की कार्रवाई किसी भी राज्य सरकार या केंद्र सरकार द्वारा नहीं का जानी चाहिए। एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और केएमएम दोनों मोर्चे मांग करते हैं कि हिरासत में लिए गए किसान नेताओं को जल्द रिहा किया जाए। सीएम के बयान से किसानों को झटका लगा है। इस पर उन्होंने कहा कि किसान अपनी लड़ाई किसी राजनीतिक पार्टी के दम पर नहीं लड़ रहे। किसान अपनी लड़ाई किसानों की ताकत के दम पर लड़ रहे हैं। किसान समाजिक तौर पर जितना एकजुट होता जाएगा ये लड़ाई उतनी मजबूत होती जाएगी। पंजाब में किसानों की आत्महत्या के मामले पर अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि इस तरह के मामले सभी राज्यों में आ रहे हैं।
पिछले एक से दो साल में महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या के सबसे ज्यादा आकड़ें सामने आए हैं। कर्नाटक, हरियाणा और पंजाब से भी आत्महत्या के मामले आए हैं। पूरे देश में किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं। जिसके लिए तमाम राजनीतिक पार्टियों की सरकारें जिम्मेदार हैं। दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल किसानों से नहीं मिल रहे। इस पर उन्होंने हमारी मांगे केंद्र सरकार से हैं। एमएसपी लागू, कर्ज माफी समेत कई मुद्दों को लेकर हमारा आंदोलन एक साल से चल रहा है। केंद्र सरकार को हमारे मुद्दों का समाधान करना चाहिए। हमारी दो दौर की बातचीत हो चुकी है। अगली बातचीत 19 मार्च को होगी। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सभी पार्टियों के नेता एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं, सभी राजनीतिक लोगों की सोच एक जैसी है।