शामली। जनपद की एक तहसील के अंतर्गत लेखपाल को हजारो की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ एंटी करप्शन की टीम ने गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया आरोपी लेखपाल कांधला थाना क्षेत्र के गांव भभीसा का रहने वाला है। एंटी करप्शन टीम ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा के झिझाना थाना पुलिस को सौंप कर आगे की वैधानिक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
आपको बता दें कि मामला जनपद के झिझाना थाना क्षेत्र की उन्न तहसील में तैनात लेखपाल के भ्रष्टाचारी कारनामो का है। जहां उन्न तहसील में तैनात लेखपाल सत्यवीर सिंह निवासी भभीसा को आज किसी किसान से काम करने की एवज में ₹5000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ एंटी करप्शन की टीम में तहसील के प्रांगण से ही गिरफ्तार किया है। भ्रष्टाचारी लेखपाल की गिरफ्तारी के बाद जहां जिले के लेखपाल विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं भष्ट्राचार लेखपाल को गिरफ्तार कर अब एंटी करप्शन टीम ने आगे की कार्रवाई कर शुरू कर दी है। वही टीम ने आरोपी सत्यवीर लेखपाल को झिझाना थाना पुलिस को सौंपते हुए आगे की कार्यवाही करते हुए मुकदमा दर्ज करा दिया है।
एंटी करप्शन सहारनपुर से शिकायत करने वाले पीड़ित सुधीर कुमार निवासी पट्टी नोतना ऊन ने बताया वह इलाहाबाद हाईकोर्ट में एल.एल. बी की प्रैक्टिस कर रहा है। उसने ग्यारह माह पूर्व अपने ताऊ की तीन बीघा जमीन खरीदी थी। जिसके बाद जमीन के हिस्से खतोनी में चढ़ने पर उनकी तीन बीघा भूमि पापा के नाम थी ओर डेड बीघा जमीन भाभी के नाम थी। जिसमें अंश बदलवाने को लेकर लेखपाल सत्यवीर सिंह से बात की गयी थी।
जिसमें छोटे भाई नीरज से लेखपाल सत्यवीर सिंह ने अंश बदलवाने के नाम पर पांच हजार रुपए की रिश्वत मांगी गयी थी।जिसकी जानकारी छोटे भाई द्वारा फोन पर मुझे दी गयी।अब दीपावली पर में छुट्टी पर घर आया था। जिसके बाद मामले में एंटी करप्शन की टीम सहारनपुर से मामले की शिकायत की गयी। शुक्रवार को ऊन तहसील के गेट पर चाय वाले की दुकान पर लेखपाल सत्यवीर सिंह ने पांच हजार रुपए मांगे। जिसको देते समय एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
वही आपको बता दें कि पहले भी जनपद में शामली तहसील लेखपाल, शिक्षा विभाग बाबू और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी, कांधला नगर पालिका से बाबू आदि को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है। लेकिन वही कर्मचारियों के सहयोग करने वाले स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारी और शिक्षा विभाग के मठधिकारी पूर्व बीएसए मिश्रा को, कांधला रहे उच्च अधिकारी को पुलिस आज तक भी गिरफ्तार नही कर पाई है।