सहारनपुर। अंतर्राष्ट्रीय महिला योग गुरू, पूर्व राजनयिक और मोक्षायतन अंतर्राष्ट्रीय योग संस्थान की निदेशक आचार्या प्रतिष्ठा ने भारतीय हिम वीरों के नोएडा स्थित भारत तिब्बत सीमा पुलिस केंद्र पर पहुंचकर योग के प्रयोग कर रहे हिम वीरों और वीरांगनाओं से भेंट की। उन्होंने भारतीय सुरक्षाबलों को चुनौतियों पर पार पाने में योग की उपयोगिता पर चर्चा करते हुए बताया कि सुंदर स्वास्थ्य के लिए आसन, मौसम की चुनौतियों से समायोजन के लिए प्राणायाम और धैर्य संतुलन व बेहतर निर्णयशक्ति पैदा करने के लिए ध्यान के प्रयोग अचूक हैं। इसीलिए मोक्षायतन योग संस्थान ने सेना, अर्ध सैन्य बलों और पुलिस बलों के जवानों व अधिकारियों के लिए योग प्रशिक्षण की शुरुआत की।
आचार्या प्रतिष्ठा ने सुरक्षा बलों की योगासन प्रतियोगिता के लिए तैयारी कर रही टीमों के अभ्यास भी देखे और सराहे, साथ ही प्रस्तुतियों को और बेहतर व सार्थक बनाने के लिए उन्हें खास टिप्स भी दिए। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के महा निरीक्षक आनंद पाल सिंह निम्बाडीया ने आचार्या प्रतिष्ठा का परिचय हिमवीरो से कराया तो उनके चेहरे खिल उठे अधिकांश हिमवीरों ने बताया कि वह उनकी भरतयोग विडियोज देखकर ही अपनी योग जिज्ञासाओं का समाधान पाते है।
आईजी एपीएस निम्बाडिया ने बताया कि ये हमारे लिए गर्व की बात है कि स्थापना के समय से ही विषम परिस्थितियों में काम करने वाले अर्धसैन्यबल आई टी बी पी को मोक्षायतन के संस्थापक और पहला पद्मश्री सम्मान पाने वाले योग गुरु स्वामी भारत भूषण के कुशल मार्गदर्शन में मोक्षायतन संस्थान से योग तकनीक मिली और आज दुनिया में उसी भारतयोग परंपरा की पहचान बन चुकी आचार्या प्रतिष्ठा हमारे बीच हैं। आई टी बी पी की ओर से आई जी ए पी एस निम्बाडिया व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने आचार्या प्रतिष्ठा जी व उनके साथ आए योग शिक्षक नवनीश शर्मा और प्रदर्शक भारतयोगी प्रणय शर्मा का स्वागत किया।