अहमदाबाद। अदाणी पावर ने बुधवार को वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही के नतीजे जारी किए। कंपनी का मुनाफा अक्टूबर-दिसंबर अवधि में सालाना आधार पर 7.4 प्रतिशत बढ़कर 2,940 करोड़ रुपये हो गया है, जो कि एक साल पहले की समान अवधि में 2,738 करोड़ रुपये था। अदाणी पावर ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि कंपनी का कंसोलिडेटेड मुनाफा चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में सालाना आधार पर 23 प्रतिशत बढ़कर 6,185 करोड़ रुपये हो गया है, जो कि पिछले साल की समान अवधि में 5,009 करोड़ रुपये था। कंपनी की आय सालाना आधार पर 11 प्रतिशत बढ़कर 14,833 करोड़ रुपये हो गई है,
जो कि वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में 13,355 करोड़ रुपये थी। आय बढ़ने की वजह अधिक वॉल्यूम होना है। अदाणी पावर के सीईओ एस.बी. ख्यालिया ने कहा, “कंपनी 2030 तक 30 गीगावाट से अधिक की उत्पादन क्षमता के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।” उन्होंने आगे कहा, “ऊर्जा की बढ़ती मांग के कारण भारतीय थर्मल पावर सेक्टर में पैदा हो रहे अवसरों का फायदा उठाने के लिए कंपनी तैयार है।” दिसंबर तिमाही में कंपनी की कंसोलिडेटेड बिजली बिक्री 23.3 बिलियन यूनिट (बीयू) तक पहुंच गई है, जो कि वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही के 21.5 बीयू से 8 प्रतिशत अधिक है।
इस वित्त वर्ष के नौ महीनों (अप्रैल-दिसंबर) में कंपनी की बिजली बिक्री 69.5 बीयू रही, जो वित्त वर्ष 24 की इसी अवधि में 57.1 बीयू से 22 प्रतिशत अधिक है। कंपनी ने कहा, “वित्त वर्ष 2025 के नौ महीनों के लिए कंसोलिडेटेड कंटिन्यूनिंग प्रॉफिट बिफोर टैक्स (पीबीटी) वित्त वर्ष 2024 की समान अवधि के आंकड़े 8,006 करोड़ रुपये की तुलना में 33 प्रतिशत बढ़कर 10,679 करोड़ रुपये हो गया है।” ख्यालिया ने आगे कहा, “हम अपनी प्रतिस्पर्धात्मकता को बेहतर बनाने के लिए खनन में बैकवर्ड इंटीग्रेशन से लेकर अपने परिचालनों के डिजिटलीकरण तक के कदम उठा रहे हैं, जिससे हम भविष्य के लिए तैयार हो सकें। ईएसजी प्रयासों पर हमारे निरंतर ध्यान ने हमें हमारे ग्लोबल पीयर्स के शीर्ष 15 प्रतिशत में शामिल किया है और अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिलाई है।”