ग्रेटर नोएडा। आज ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में किसानों के पक्ष में एक अहम फैसला लिया गया। किसानों के बैकलीज के प्रकरणों पर बोर्ड के निणयों में लिपिकीय त्रुटि (जैसे लाभार्थी का नाम, एरिया आदि) को संशोधित करने के लिए सीईओ को अधिकृत कर दिया गया है। इसके लिए सीईओ की तरफ से एक समिति गठित की जाएगी। अभिलेखों की जांच कर समिति के संस्तुति के आधार पर सीईओ के अनुमोदन से ही लिपिकीय त्रुटि को दुरुस्त कर लिया जाएगा। इसके लिए अब बोर्ड बैठक से अनुमति का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
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उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के चेयरमैन मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में शनिवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की 139वीं बोर्ड बैठक हुई। मुख्य सचिव इस बोर्ड बैठक में ऑनलाइन जुडे़। इसमें ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार, एसीईओ सौम्य श्रीवास्तव, एसीईओ सुनील कुमार सिंह, एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस, एसीईओ प्रेरणा सिंह, यीडा के एसीईओ कपिल सिंह, एडीएम बच्चू सिंह, ग्रेनो प्राधिकरण के ओएसडी अभिषेक पाठक, महाप्रबंधक वित्त विनोद कुमार, महाप्रबंधक नियोजन लीनू सहगल, ओएसडी गिरीश कुमार झा, ओएसडी जितेंद्र गौतम, उपमहाप्रबंधक अभिषेक जैन सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। नोएडा के सीईओ डॉ लोकेश एम व कई अन्य अधिकारी भी बोर्ड बैठक में ऑनलाइन जुड़े।
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बैठक में किसानों के पक्ष में लीज बैक के प्रकरणों के निणयों की लिपिकीय त्रुटि ( जैसे लाभार्थी का नाम, एरिया आदि) को संशोधित करने का अधिकार सीईओ की तरफ से गठित समिति को देने का प्रस्ताव रखा गया, जिस पर अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने अनुमति दे दी। अब लीजबैक में लिपिकीय त्रुटि को संशोधित करने के लिए हर बार एजेंडा बोर्ड के समक्ष नहीं रखा जाएगा, बल्कि लिपिकीय त्रुटि को संशोधित करने का अधिकार सीईओ की तरफ से गठित समिति को दे दिया गया है। अभिलेखों की जांच के उपरांत समिति के संस्तुति पर सीईओ लिपिकीय त्रुटि को अनुमोदित कर देंगे और इसे यहीं दुरुस्त कर लिया जाएगा। इससे बैकलीज में विलंब नहीं होगा।
इसके अलावा बोर्ड ने एक और अहम फैसला लिया है। प्राधिकरण बोर्ड ने कर्मचारी राज्य बीमा निगम का हॉस्पिटल ग्रेटर नोएडा में बनाने के लिए 5 हजार रुपये प्रति वर्ग की दर से जमीन आवंटित करने पर सहमति दे दी है। यह हॉस्पिटल ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-5 में 29300 वर्ग मीटर भूखंड पर बनेगा। ग्रेटर नोएडा के उद्यमी ईएसआईसी हॉस्पिटल बनाने के लिए आए दिन प्राधिकरण के समक्ष मांग उठाते रहते हैं। सीईओ एनजी रवि कुमार ने ईएसआईसी के हवाले से बताया कि यह अस्पताल तीन साल में बनकर तैयार होगा। इसे बनाने में करीब 550 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके बन जाने से ग्रेटर नोएडा और आसपास कंपनियों व फैक्ट्रियों में काम करने वालों को इजाज कराने की सुविधा हो जाएगी। जिले में अभी तक ईएसआईसी का एक मात्र हॉस्पिटल नोएडा के सेक्टर-24 में बना है।
वहीं बोर्ड बैठक में नोएडा एयरपोर्ट पर तैनात होने वाले सीआईएसएफ के जवानों के लिए आवास की सुविधा का भी हल निकाला गया । ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण दो निर्मित 812 फ्लैट सीआईएसएफ को आवंटित किए जाएंगे। ये फ्लैट ग्रेटर नोएडा के सेक्टर ओमीक्रॉन वन ए में स्थित हैं। ये फ्लैट एमआईजी व एलआईजी कैटेगरी के हैं। इन फ्लैटों की कीमत निर्धारित कर सीआईएसएफ को भेजा जाएगा। इससे नोएडा एयरपोर्ट की सुरक्षा में तैनात होने वाले सीआईएसएफ के स्टाफ को बड़ी सुविधा हो जाएगी। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण बोर्ड ने इस प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। इसके साथ ही करीब 192 फ्लैटों को पुलिस, कोर्ट, जिला प्रशासन सहित अन्य सरकारी महकमों को भी आवास के परपज से आवंटित करने का भी निर्णय लिया गया।