नोएडा। जनपद गौतमबुद्व नगर में खाद्य विभाग द्वारा अप्रैल माह में लिए गए 95 नमूनों में से 58 फीसदी नमूने मानकों पर खरे नहीं उतरे हैं। इनमें 50 नमूने मानकों पर फेल हो गए हैं, जबकि दो की पैकेजिंग में नियमों का उल्लंघन पाया गया है। इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जुर्माना लगाया जाएगा।
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सहायक आयुक्त खाद्य (द्वितीय) सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि खाद्य विभाग की टीम लगातार मिलावट खोरों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। उन्होंने बताया कि खाद्य पदार्थों के नमूने लेकर प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। वहां से रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि काफी मामलों में कोर्ट से जुर्माना भी लगाया जा चुका है। मिलावट खोरों के खिलाफ अभियान लगातार जारी है।
उन्होंने बताया कि खाद्य विभाग हर माह अभियान चलाकर खाद्य पदार्थों की जांच कर रहा है। अप्रैल माह में विभाग ने 245 जगह का निरीक्षण किया तथा 48 जगह पर छापा मारकर नमूने लिए थे। 73 नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया, जबकि अप्रैल माह में विभाग को पहले भेजे गए नमूनों और अप्रैल माह के नमूनों को मिलाकर कुल प्रयोगशाला से 95 की रिपोर्ट मिली। जिसमें 50 नमूने मानकों पर फेल है। इनमें पनीर के सबसे अधिक 15 नमूने फेल हुए है। जबकि दूध के पांच नमूने मानकों पर फेल हो गए। घी के तीन और दूध से बने पदार्थों के 6 नमूने फेल हो गए हे। उन्होंने बताया कि दो नमूनो की पैकेजिंग में खामियां मिली है। 5 नमूने असुरक्षित निकले हैं। जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इनमें मिर्ची पाउडर के दो, पनीर का एक, रिफाइंड तेल का एक और एक अन्य शामिल है।
सहायक आयुक्त खाद्य ने बताया कि मिर्ची पाउडर में रंगों का प्रयोग मिला है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। उन्होंने कहा कि पनीर में वनस्पति तेल की मिलावट मिली है। उन्होंने बताया कि अनसेफ रिपोर्ट का केस सीजेएम कोर्ट में दर्ज कराया जाएगा, जबकि मानकों पर खरे नहीं उतरने वाले नमूनों में एडीएम प्रशासन की कोर्ट में वाद दायर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष 702 नमूने लिए गए थे। उन्हें जांच के लिए भेजा गया था। इनमें से 451 नमूनों की अबतक जांच रिपोर्ट आई है। 252 नमूने मानकों पर फेल पाए गए हैं। जबकि 252 में से 85 अनसेफ मिले हैं। यह 40 प्रतिशत बनता है। इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।