मेरठ। 40 हजार रुपयों के लिए एक भट्ठा व्यापारी की अपहरण के बाद निर्मम हत्या कर दी गई। आरोपी ने युवक का शव सिवाया गांव के पीछे एक गड्ढे में दबा दिया। यही नहीं आरोपी हत्या के बाद मृतक के शव को परिजनों के साथ मिलकर ही तलाश कराता रहा। शनिवार को आरोपी की निशानदेही पर गाजियाबाद पुलिस ने शव गड्ढे से बरामद कर लिया है। आगे पढ़ें अपहरण कर हत्या की वारदात का पूरा सच।
गाजियाबाद कमिश्नरेट के थाना नंद ग्राम के गांव सिकरोड़ निवासी देवेंद्र शर्मा भट्ठा व्यापारी है। उनके दो बेटी और एक बेटा योगेंद्र उर्फ गोलू (24) है। देवेंद्र ने बताया कि बेटा सिकरोड रोड पर डीके ट्रेडर्स के नाम से ऑफिस चलाता था। बीती 1 मई को वह ऑफिस बंद कर घर के लिए निकला, लेकिन योगेंद्र घर नहीं पहुंचा। काफी तलाश के बाद भी योगेंद्र का सुराग नहीं लगने पर परिजनों ने नंद ग्राम थाने पर गुमशुदगी दर्ज कराई।
विकास निवासी अजराड़ा जिला हापुड़ को योगेंद्र ने अपना गैराज किराए पर दिया हुआ था। जब मामले में विकास से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि योगेंद्र गैराज में बाइक खड़ी करके गया था, इसके बाद उससे बात नहीं हुई।
परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई तो विकास परिजनों के साथ ही योगेंद्र की तलाश में घूमता रहा। विकास घर से लेकर थाने में उनके साथ रहा। पुलिस को विकास की कहानी पर शक हुआ तो उसे हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई। आखिरकार पुलिस की सख्ती के आगे वह टूट गया और सारा सच उगल डाला।
पूछताछ के बाद उसने बताया कि योगेंद्र अपहरण से पहले ओला बुक की। इसके बाद योगेन्द्र का अपहरण कर लिया। पुलिस ने ओला को कब्जे में ले लिया। बताया गया है कि पुलिस ने ओला से कुछ नशीली वस्तु और लोहे की रॉड बरामद की है। संभवत आरोपी ने नशीली दवाएं देकर योगेंद्र को बेहोश किया और फिर उसकी हत्या की।