Saturday, May 18, 2024

आरिफ के बाद अफरोज को भी ‘सारस से दोस्ती’ पड़ी महंगी, वन विभाग ने सारस को कब्जे में लिया, मुकदमा हुआ दर्ज

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सुल्तानपुर । अभी हाल ही में यूपी के अमेठी के जामो थाना क्षेत्र के मुंडका गांव निवासी मोहम्मद आरिफ और सारस की दोस्ती सुर्खियों में थी। अब उत्तर प्रदेश के ही सुल्तानपुर में सारस और अफरोज की दोस्ती के चर्चे हो रहे हैं। यह मामला सामने आने के बाद वन विभाग  सारस को अपने कब्जे में लेकर अफरोज पर कार्रवाई की बात कर रहा है।

आरिफ की तरह अफरोज के पास 6 माह से सारस रह रहा है। घर के लोगों के साथ खाना-पीना करता है और घूमता-फिरता है। अफरोज ने अपने सारस का नाम स्वीटी रखा है। अफरोज ने मीडिया को बताया कि 6 माह पहले उसके बड़े भाई मेराज अपने मित्र के मत्स्य पालन के तालाब के पास से इस सारस को घर ले आए थे, तब सारस की उम्र मात्र डेढ़ महीने थी।

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धीरे-धीरे यह परिवार का हिस्सा बन गया है। अफरोज के पिता मो. शफीक उर्फ नेपाली ने 2019 में एक सारस पाला था, जो पूरे परिवार से घुला-मिला हुआ था। गांव और आस-पड़ोस के लोग इसे नेपाली के सारस के नाम से जानते थे, पर घर  वालों ने इस सारस का नाम स्वीटी रखा था, लेकिन 2022 में अचानक सोनबरसा गांव के पास करंट की चपेट में आ जाने से सारस की मृत्यु हो गई। सारस की मृत्यु से उसके पिता को गहरा सदमा पहुंचा और उन्हें हार्ट अटैक आ गया, जिससे उनका लंबा इलाज चला, नया सारस मिला तो उसका नाम भी स्वीटी रखा। नए सारस के आने से उसके पिता खुश हैं।

अफरोज नेपाली ने कहा कि मुझे आरिफ भाई और सारस की दोस्ती के बारे में पता चला था। यूट्यूब चैनल से कमाई के चक्कर में उन्हें अपने दोस्त से अलग कर दिया। हम उससे कोई प्रचार या कमाई नहीं करना चाहते हैं। डीएफओ ने बताया कि उन्हें अफरोज के सारस की जानकारी सोशल मीडिया से मिली, जिसके बाद वन प्रभागीय टीम से छतौना पहुंचकर सारस को अपने कब्जे में ले लिया है। उच्च अधिकारियों के आदेश पर सारस को पालने वाले अफरोज पर कार्रवाई की जाएगी।

अफरोज पुत्र सफीक खान ने बताया कि 6 माह पहले सारस पक्षी बच्चे के रूप में हमें मिला था। जिस पर हम इसे अपने घर लेकर पहुंचे और पालन-पोषण करने लगे। इस बीच सारस बहुत तेजी से बढ़ने लगा और जल्दी ही उसने वयस्क सारस का स्वरूप ले लिया।

अमेठी के आरिफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने और सारस को वन्य जीव अभ्यारण में भेजने के बाद सुलतानपुर के वन अधिकारी भी सक्रिय हो उठे हैं। बुधवार को आनन-फानन में सारस को प्रभागीय वन कार्यालय सिरवारा रोड लाया गया।

जहां पर डीके सिंह एसडीओ वन विभाग के आवास पर कर्मचारियों की निगरानी में उसे रखा गया है। रात के अंधेरे में वन्यजीवों को सहजता होती है। इसे देखते हुए वन विभाग के अफसर रात में इसे इसके प्राकृतिक निवास स्थान पर छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं अवैध रूप से पालने वाले अफरोज खान पुत्र शफीक खान निवासी छतौना थाना कोतवाली देहात के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। सुलतानपुर में सारस पक्षी मिलने के बाद यह पैटर्न कौतूहल का विषय बन गया है।

अमेठी के आरिफ के साथ सारस से मिलने जू पहुंचे थे यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मंगलवार को अचानक अमेठी के आरिफ के साथ सारस से मिलने जू पहुंच गए। वे जू में पृथकवास में बंद सारस से मिल तो नहीं सके, लेकिन सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से उन्होंने सारस को देखा। अखिलेश ने कहा कि आरिफ ने सारस की जान बचाई। दोनों में दोस्ती हो गई। इस मामले में जानकारों को मदद करनी चाहिए थी, लेकिन सारस की आजादी छीन ली गई। कोई कानून नहीं कहता कि सारस की आजादी छीन ली जाए।

इसके पहले राष्ट्रवादी खटिक विकास समिति के कार्यक्रम में अखिलेश ने कहा कि वह इरफान से मिलने चले गए तो उसे महाराजगंज जेल भेज दिया गया। सारस से मिलने गए तो उसे चिड़ियाघर भेज दिया गया। अब लगता है कि अन्याय करने वाले बड़े अधिकारियों से मिलने जाना पड़ेगा।

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