पटना – बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने सोमवार को कहा कि महाराष्ट्र के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नजर बिहार पर है लेकिन “तोड़फोड़” की उसकी चाल यहां कामयाब नहीं होगी ।
श्री यादव ने यहां अशोक कन्वेंशन सेंटर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जीवन पर उनके मित्र की लिखी किताब ‘नीतीश कुमार अंतरंग दोस्तों की नजर से’ का विमोचन करने के बाद कहा कि देश टूट रहा है और लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। श्री नरेंद्र मोदी चारों तरफ डाका डाल रहे हैं । उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के बाद अब उनकी नजर बिहार पर है लेकिन बिहार में कुछ भी होने वाला नहीं है। बिहार में तोड़फोड़ संभव नहीं है । यहां के लोग काफी मजबूत हैं और सजग हैं। इसलिए उनकी (भाजपा) चाल यहां कामयाब नहीं होगी।
राजद सुप्रीमो ने कहा कि भाजपा के लोग इस देश में राम रहीम के बीच भेद पैदा कर नफरत फैला रहे हैं । देश में लोकतंत्र और संविधान पर खतरा है । उन्होंने कहा कि श्री नरेंद्र मोदी भ्रष्टाचार की बात तो खूब करते हैं लेकिन वह खुद सबसे बड़े भ्रष्टाचारी हैं । उन्हें नेस्तनाबूद कर सत्ता से बाहर करना जरूरी है।
श्री यादव ने कहा कि हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सब लोग एक साथ होकर मजबूती के साथ लड़ेंगे और नरेंद्र मोदी सरकार को सत्ता से बाहर करके ही रहेंगे । उन्होंने कहा, “हम लोग एकजुट होकर इस देश को बचाएंगे, भाजपा का सफाया होना तय है।”
राजद प्रमुख ने श्री नीतीश कुमार के जीवन पर लिखी किताब के विमोचन पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि छोटे भाई पर लिखी किताब का लोकार्पण करना उनके लिए सौभाग्य की बात है । उन्होंने कहा कि किताब मोटी है और इसे पढ़ने में समय लग सकता है फिर भी समय निकाल कर लोगों को इसे जरूर पढ़ना चाहिए। यह किताब एक ज्योति की तरह है। उन्होंने अपने चिर परिचित अंदाज में कहा,” हम क्या पढ़ेंगे, हम तो नीतीश कुमार के बारे में सब जानते ही हैं।”
श्री यादव ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि हम दोनों (नीतीश लालू) दिल्ली में अपनी पार्टी की सरकार बनने पर उस में जगह पाने का इंतजार करते थे लेकिन हम लोगों को जगह नहीं मिली । बाद में श्री नीतीश कुमार केंद्र में मंत्री बने और वह बिहार के मुख्यमंत्री बने। बिहार में जननायक कर्पूरी ठाकुर के निधन के बाद जब प्रतिपक्ष के नेता के तौर पर कई वरिष्ठ नेताओं के नाम की चर्चा हो रही थी तब श्री नीतीश कुमार ने उनका साथ दिया था और वह प्रतिपक्ष के नेता बने। इसी तरह मंडल आयोग की रिपोर्ट को लागू कराने में भी हम दोनों ने मजबूती के साथ मिलकर काम किया था ।
इस मौके पर वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी श्री नीतीश कुमार से अपने लंबे संबंधों की चर्चा करते हुए कहा कि उनका व्यक्तित्व काफी विराट है उनसे मैंने बहुत कुछ सीखा है। उनका व्यक्तित्व ऐसा है कि उससे हर कोई कुछ न कुछ सीख सकता है । श्री कुमार के जीवन पर किताब लिखने वाले उनके मित्र उदय कांत ने कहा कि श्री नीतीश कुमार से छात्र जीवन से ही उनका संबंध रहा है । उन्होंने उन्हें बूंद से समुंदर होते हुए देखा है।
समारोह में विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, राज्यसभा सांसद मनोज झा, विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाई सतीश कुमार और उनकी बहन भी उपस्थित थीं।