Wednesday, June 26, 2024

मुजफ्फरनगर में हादसे के बाद गुस्साए परिजनों व ग्रामीणों ने लगाया जाम, पुलिस ने समझा-बुझाकर खुलवाया

मुजफ्फरनगर। एक दर्दनाक सड़क हादसे में दो दोस्तों की दु:खद मौत हो गई। दोनों की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया है। मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। जानकारी के अनुसार भौराकलां थाना क्षेत्र के गांव भाजू निवासी दो दोस्तों की सड़क हादसे में मौत हो गई। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।
बताया जा रहा है कि गांव भाजू निवासी अमित व उसका दोस्त प्रमोद बाइक पर सवार होकर किसी काम हेतु भौराकलां आए थे। वे देर रात बाइक पर वापस अपने गांव के लिए चले थे, जब दोनों भौराकलां से भाजू की तरफ जा रहे थे, तभी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। राहगीरों ने युवकों को सड़क पर घायल देखा, तो इस हादसे की जानकारी पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। हालांकि अमित की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। वहीं, प्रमोद ने शाहपुर अस्पताल जाते समय रास्ते में ही दम तोड़ दिया। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने घटना की जानकारी परिजनों को दे दी है। साथ ही शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिए। सीओ फुगाना यतेंद्र कुमार का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद दोनों शवों का परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया है। पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक की तलाश शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार भौराकलां थाना क्षेत्र के गांव भाज्जू निवासी दो युवकों की भौराकलां थाना क्षेत्र में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। दोपहर में पोस्टमार्टम के बाद गांव में पहुंचे दोनों शव को शामली-भौराकलां मार्ग पर रखकर ग्रामीणों ने जाम लगा दिया और आर्थिक सहायता की मांग की। ग्रामीणों ने एसडीएम बुढ़ाना को मांग पत्र सौंपा।
एसडीएम ने ग्रामीणों को पीडि़त परिजनों को हर संभव सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। गांव भाज्जू निवासी अमित और प्रमोद बीती रात बाइक पर किसी काम से भौराकलां जा रहे थे। रास्ते में सड़क दुर्घटना में उनकी मौत हो गई थी।
पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव गांव पहुंचे, तो परिजनों में कोहराम मच गया। ग्रामीणों ने दोनों युवकों के शव गांव में शामली-भौराकलां मार्ग पर रखकर जाम लगा दिया। जाम की सूचना पर एसडीएम बुढ़ाना, थाना बाबरी व भौराकलां पुलिस गांव में पहुंची। ग्रामीणों ने एसडीएम बुढ़ाना को मांग पत्र देकर दोनों के परिवार के आश्रितों को सरकारी नौकरी देने, सड़क दुर्घटना में पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने, सरकारी आवास, मुख्यमंत्री राहत कोष से वित्तीय सहायता देने, विधवा पेंशन का लाभ देने, कृषि योग्य पट्टा आवंटित करने, राष्ट्रीय पारिवारिक बीमा लाभ योजना, अंत्योदय राशन कार्ड बनाने, आयुष्मान कार्ड बनाने आदि मांगें की गई। एसडीएम ने पीड़ितों को हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया, इसके बाद जाम खोल दिया।
बताया जा रहा है कि गांव भाज्जू निवासी अमित राजमिस्त्री का कार्य करता था। उसके पिता की कई साल पहले मौत हो गई थी। उसके तीन छोटी बहन है। अमित की मार्च में शादी होनी तय थी। घर में कमाने वाला वही था। युवक की मौत होने से मां मेमकला व बहनों का रो-रोकर बुरा हाल बना रहा।

दूसरा युवक प्रमोद मजदूरी करता था। तीन पुत्री के बाद एक फरवरी को उसकी पत्नी ने पुत्र को जन्म दिया है। वहीं मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण कर रहा था। उसकी मौत होने पर पत्नी व अन्य परिजनों में कोहराम मचा है।

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