नोएडा। ग्रेटर नोएडा में एनटीपीसी दादरी क्षेत्र के 24 गांवों के किसानों के परिवारों की महिलाएं, पुरुष और बच्चे एक समान मुआवजा, नौकरी और अन्य सुविधाओं की मांग को लेकर एनटीपीसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इसको लेकर गुरुवार को दादरी विधायक का घिराव किया जाना था।
जानकारी मिलते ही पुलिस ने भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखवीर खलीफा को सुबह हाउस अरेस्ट कर लिया। इससे आक्रोशित किसान नोएडा के सेक्टर-70 खलीफा के घर पहुंचे।
किसानों के जमा होने के बाद तय किया गया कि सेक्टर-24 में एनटीपीसी के हेड क्वाटर का घेराव किया जाएगा। किसान जैसे ही आगे बढ़े पुलिस ने उनको रोक दिया। इस पर किसान और पुलिस दोनों के बीच जमकर बहस और धक्का मुक्की हुई।
करीब आधे घंटे तक सड़क पर आक्रोशित माहौल रहा। इसके बाद किसानों को समझाकर शांत कराया गया। ये सभी किसान दादरी क्षेत्र के 24 गांवों के किसानों के परिवारों के लोग हैं। इनकी जमीन एनटीपीसी के प्लांट को बनाने के लिए अधिग्रहित की गई थी।
बीते साल नवंबर में जब किसानों ने प्रदर्शन किया था और एनटीपीसी के मुख्य प्रवेश मार्ग को जाम कर दिया तब पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की बौछार और लाठीचार्ज कर उन्हें तितर-बितर किया था। इस बार करीब दो महीने से किसान यहां लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।
किसानों का आरोप है कि एनटीपीसी के प्लांट बनाते समय ये वादा किया गया था कि यहां क्षेत्रीय युवाओं को नौकरी में तवज्जो दी जाएगी। बच्चों की पढ़ाई के लिए अच्छे स्कूल और अस्पताल खोले जाएंगे। सामुदायिक भवन बनेंगे। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। 30 साल में एक भी वादा पूरा नहीं किया गया।
सुखबीर पहलवान ने बताया कि एनटीपीसी में करीब 24 गांवों की जमीन का अधिग्रहण वर्ष 1986 में किया गया। जिसके लिए एनटीपीसी ने किसानों को 6 रुपए प्रति गज के हिसाब से मुआवजा दिया था। वहीं इस वित्तीय वर्ष में कुछ किसानों को 120 रुपए प्रति गज के हिसाब से मुआवजा दिया गया था। दोनों मुआवजे की दर में बहुत अंतर होने के चलते किसान आंदोलन करके एक समान मुआवजा दर की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर आज दादरी विधायक का घेराव करना था।