नई दिल्ली। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की अनुशासनात्मक समिति ने उम्र में धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले में त्रिपुरा के खिलाड़ी अयुक जमातिया को चार साल के लिए निलंबित कर दिया है। फ्रेंड्स यूनियन क्लब, त्रिपुरा के प्लेयर अयुक जमातिया के मामले में 23 फरवरी, 2023 को अनुशासनात्मक समिति की बैठक हुई, जिसमें सर्वसम्मति से उक्त खिलाड़ी पर आयु धोखाधड़ी के लिए एआईएफएफ अनुशासनात्मक संहिता के अनुच्छेद 62 को लागू करने का निर्णय लिया गया।
संहिता के अनुच्छेद 62 के मद्देनजर, समिति ने आदेश की तारीख से चार (4) वर्ष की अवधि के लिए खिलाड़ी को फुटबॉल मैचों में भाग लेने से निलंबित करने का निर्णय लिया है। खिलाड़ी को 2,50,000 रुपये (दो लाख पचास हजार रुपये मात्र) का जुर्माना जमा करने का निर्देश दिया गया है। एआईएफएफ की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, खिलाड़ी को आदेश के खिलाफ अपील दायर करने का अधिकार दिया गया है।
इसके अलावा, एआईएफएफ खिलाड़ी की स्थिति और पंजीकरण विभाग को सीआरएस (केंद्रीकृत पंजीकरण प्रणाली) में खिलाड़ी के पंजीकरण को रद्द करने का निर्देश दिया गया है।
यह पाया गया कि उक्त खिलाड़ी की सीआरएस में दो अलग-अलग जन्मतिथि वाली दो आईडी हैं, दोनों के बीच लगभग आठ साल का अंतर है। खिलाड़ी ने 8 फरवरी, 2023 को एक पत्र के माध्यम से जारी कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने एआईएफएफ के साथ पंजीकरण करने के लिए दो अलग-अलग जन्म प्रमाण जमा करने की बात स्वीकार की थी।
तत्पश्चात, समिति द्वारा सीधे खिलाड़ी तक पहुंचने के साथ-साथ उनके क्लबों के माध्यम से समिति के समक्ष उसकी उपस्थिति को सुरक्षित करने के कई प्रयासों के परिणाम नहीं मिले क्योंकि खिलाड़ी अनुपलब्ध रहा।