रांची। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को लखीमपुर खीरी हिंसा के मुख्य आरोपी पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को प्रतिक्रिया दी है। अखिलेश यादव ने कहा, “मैं सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद करता हूं। भारतीय जनता पार्टी का यही चरित्र है, जहां वो किसी भी संविधान पर भरोसा नहीं करते हैं। न्यायालय पर भरोसा नहीं करते हैं। जितनी भी संवैधानिक संस्था हैं उन पर किसी पर भी भारतीय जनता पार्टी भरोसा नहीं करती है।”
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उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी अपने लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए, अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए, जितनी भी संवैधानिक संस्थाएं हैं या जो व्यवस्था बनी है उसको तोड़ मरोड़कर के काम करती है। सुप्रीम कोर्ट का मैं धन्यवाद करता है कि उन्होंने कम से कम यह फैसला लिया है या ऑब्जर्व किया है कि इस तरह की घटना उत्तर प्रदेश में हो रही है। बता दें कि अखिलेश यादव गुरुवार को हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए झारखंड की राजधानी रांची पहुंचे थे।
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यहां पर उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बयान दिया था। जानकारी के अनुसार, आशीष मिश्रा पर गवाहों को धमकाने के आरोप लगे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को लखीमपुर खीरी हिंसा के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति उज्जवल भुइयां की पीठ ने सुनवाई के दौरान आशीष मिश्रा के वकील सिद्धार्थ दवे से एक हलफनामा दाखिल करने को कहा है, जिसमें मिश्रा पर लगे आरोपों पर सफाई मांगी गई है। गौरतलब है कि साल 2021 में लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के दौरान आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का बेटा आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी है।