नई दिल्ली । अक्षय तृतीया को सौभाग्य और समृद्धि से जोड़ा जाता है। इस दिन सोने-चांदी की खरीद को अत्यंत शुभ माना जाता है। हालांकि इस बार त्योहार से पहले सोने और चांदी की कीमतों में ऐतिहासिक वृद्धि देखने को मिली है। इससे बाजार में खरीदारी का रुझान प्रभावित हो सकता है। इसके बावजूद भी अनुमान है कि कल 16 हजार करोड़ के सोना-चांदी के व्यापार होने की संभावना है।
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कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के अनुसार इस वर्ष 10 ग्राम सोने का दाम 1 लाख रुपये और चांदी 1 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है। पिछले वर्ष ये दरें क्रमशः 73,500 और 86 हजार थीं। कैट के अनुसार 2023 में अक्षय तृतीया पर करीब 14,500 करोड़ का व्यापार हुआ था, जबकि 2024 में लोकसभा चुनाव के चलते इसमें गिरावट देखी गई।
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ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने बताया कि इस वर्ष अक्षय तृतीया पर करीब 12 टन सोना (12 हजार करोड़) और 400 टन चांदी (4 हजार करोड़) की बिक्री संभावित है, जिससे कुल व्यापार 16 हजार करोड़ तक पहुंच सकता है।
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अरोड़ा ने सोने-चांदी के दाम बढ़ने के पीछे अंतरराष्ट्रीय आर्थिक अनिश्चितता, डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी, भू-राजनीतिक तनाव और निवेशकों की बढ़ती रुचि को प्रमुख कारण बताया।
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विवाह सीजन के चलते बाजार में कुछ मांग बनी हुई है। कैट अध्यक्ष बी. सी. भरतिया के अनुसार, शादी-ब्याह में सोने की खरीद परंपरागत है, जिससे ग्राहक कम मात्रा में ही सही, लेकिन खरीदारी कर रहे हैं।
व्यापार संगठनों ने ग्राहकों से अपील की है कि वे केवल हॉलमार्क ज्वैलरी खरीदें और विश्वसनीय ज्वैलर्स से ही लेन-देन करें।