लखनऊ- उत्तर प्रदेश सरकार ने भारत-नेपाल सीमा से सटे संवेदनशील जिलों में अतिक्रमण और बिना मान्यता संचालित मदरसों के खिलाफ जोरदार अभियान छेड़ दिया है।
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इसके तहत लगातार चौथे दिन मंगलवार को भी नेपाल सीमा से सटे जनपदों में बुलडोजर गरजा और कई अवैध धार्मिक स्थलों व अतिक्रमण को नष्ट कर दिया गया, वहीं बिना मान्यता चल रहे मदरसों पर भी नकेल कसते हुए उन्हें सील कर दिया गया। कुल मिलाकर अब तक सैकड़ों अवैध अतिक्रमण को हटाया जा चुका है। सरकार का यह कदम न केवल कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए है, बल्कि सीमा पार से किसी भी संभावित गतिविधि पर रोक लगाने की रणनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है।
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बहराइच में भी मंगलवार को सरकार का एक्शन जारी रहा। यहां तहसील नानपारा और मिहींपुरवा में अब तक कुल 117 अतिक्रमण हटाए जा चुके हैं। मंगलवार को मोतीपुर क्षेत्र में एक मदरसा “दारूल उलूम अजीजिया हदीकतुल नोमान” को सील किया गया। इससे पहले 28 अप्रैल को चार और मदरसों पर इसी तरह की कार्रवाई हुई थी।
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बलरामपुर जिले में जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की जांच में 20 मदरसे मानक विहीन पाए गए। किसी के पास मान्यता के अभिलेख नहीं थे, तो किसी में निर्धारित पाठ्यक्रम तक नहीं चल रहा था। इन सभी को बंद कर दिया गया है। यही नहीं, दो अन्य मदरसों को भी नोटिस जारी किया गया है और इन पर भी अभिलेख न मिलने पर कार्यवाही की जाएगी।
सिद्धार्थनगर जिले में 3 मस्जिदों और 14 मदरसों को अवैध रूप से निर्मित पाया गया है। प्रशासन ने 28 अप्रैल को नोटिस जारी कर कानूनी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। इसी तरह, महाराजगं के नौतनवां, फरेंदा और निचलौल में कुल 29 अवैध अतिक्रमण चिह्नित किए गए हैं। वहीं, श्रावस्ती में 33 मदरसों को सील और एक मस्जिद को हटाया गया है। ग्राम भरथारौशनगढ़ में अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया।