शामली। शामली में 8 दिन पूर्व संदिग्ध परिस्थितियों में व्यापारी की दुकान में लगी आग के मामले में पीड़ित व्यापारी के घर उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी पहुंचे। उन्होंने अपनी संस्था की ओर से पीड़ित व्यापारी की 10 लख रुपए का चेक देकर मदद की।
कैबिनेट मंत्री ने कहा की समझ में आफत आए तो समाज के ही लोगों को अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए और पीड़ित व्यापारी की मदद करनी चाहिए। कई बार घटनाओं में पीड़ित व्यापारी सूदखोरों के चक्कर में अपना सबकुछ बर्बाद कर लेते है। वो उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी धन्यवाद करते हुए कहते हैं कि उन्होंने जिस प्रकार शराब माफिया व खनन माफिया के विरुद्ध कार्यवाही की जाती है, उसी प्रकार सूदखोरों पर भी उन्होंने प्रदेश में कानून बनाया है।
दरअसल आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी जनपद शामली के कस्बा कांधला में शुक्रवार की दोपहर को पहुंचे थे। कांधला कस्बे में 8 दिन पूर्व एक व्यापारी मनोज कुमार गोयल की दुकान में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई थी, जिससे उसकी दुकान व ऊपरी तल पर बने मकान का सारा सामान जलकर खाक हो गया था।
पीड़ित व्यापारी मनोज कुमार गोयल के प्रतिष्ठान पर उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी पहुंचे और उन्होंने पीड़ित व्यापारी को वैश्य इंटरनेशनल ट्रेड एसोसिएशन संस्था के नाम से 10 लाख रुपए का चेक देकर आर्थिक मदद की। साथ ही उन्होंने कहा कि समाज में कोई आफत आए तो समाज के ही अग्रज लोगों ने वैसे इंटरनेशनल ट्रेड एसोसिएशन नाम से एक संस्था बनाई है। यह संस्था समाज की अंतिम पंक्ति में बैठे अंतिम व्यक्ति की मदद की जा सके, पीड़ित व्यक्ति ब्याज के चंगुल में न फंसे, जिससे कि उसका घर परिवार बर्बाद ना हो, उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करना चाहते हैं कि उन्होंने सूदखोरों के विरुद्ध भी कानून बनाया है, जिस प्रकार शराब माफिया और खनन माफियाओं के विरुद्ध कानून बनाया गया है।
वैश्य इंटरनेशनल ट्रेड एसोसिएशन के नाम से समाज के अग्रज लोगों ने एक संस्था का निर्माण किया है, यह संस्था पीड़ित की आर्थिक रूप से मदद करती है। क्योंकि समाज में सभी लोग ज्यादा सक्षम नहीं होते और उनके साथ कोई घटना ऐसी घट जाती है जिससे कि वह आर्थिक रूप से टूट जाते हैं। आज संस्था की ओर से 10 लाख रुपए की मनोज कुमार गोयल की मदद की गई। यह पैसा व्यापार में इस्तेमाल करने और अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए दिया गया है। उन्होंने कहा कि महाराजा अग्रसेन जी की सोच का ही परिणाम है, जिससे कि हमें यह प्रेरणा मिली है और हम सब मिलकर सोच को आगे बढ़ा रहे हैं।