प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले के दौरान श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए विश्वविद्यालय परिसर को खोल दिया है। अब कोई भी श्रद्धालु विश्वविद्यालय के परिसर में आकर रात्रि विश्राम कर सकता है।
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श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था कला संकाय (आर्ट फैकेल्टी) में स्थित सीनेट हॉल के सामने बरगद वाले लॉन में की गई है, जहां टेंट लगाए गए हैं। इसके साथ ही, इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपील की है कि जिन श्रद्धालुओं के रिश्तेदार विश्वविद्यालय के पास रहते हैं, वे उनसे संपर्क कर रात्रि विश्राम की सुविधा ले सकते हैं।
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इलाहाबाद विश्वविद्यालय से जुड़े छात्रावास के विद्यार्थियों द्वारा श्रद्धालुओं के लिए खाने-पीने की व्यवस्था की जा रही है, ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो।
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प्रशासन ने यह भी अपील की है कि श्रद्धालु स्टेशन पर अनावश्यक भीड़ न जमा करें और जिला प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें। छात्रों ने यह भी अपील की है कि जब स्टेशन खाली हो जाएंगे, तो उन्हें दोबारा भेज दिया जाएगा।
महाकुंभ के दौरान मंगलवार देर रात करीब डेढ़ बजे मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के समय एक घाट पर भगदड़ मच गई, जिससे 30 लोगों की जान चली गई और दर्जनों लोग घायल हो गए। महाकुंभ नगर मेला क्षेत्र के डीआईजी वैभव कृष्णण ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि मरे हुए लोगों में से 25 लोगों की पहचान हो चुकी है, जबकि कई घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और हालिया दुर्घटना को देखते हुए इलाहाबाद विश्वविद्यालय का परिसर खोलना एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इससे श्रद्धालुओं को सुरक्षा और आरामदायक ठहरने की सुविधा मिलेगी, जिससे उनके महाकुंभ यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाया जा सके।