तेल अवीव। इजरायल में कई दक्षिणपंथी संगठनों ने युद्ध समाप्त होने के बाद गाजा में यहूदी लोगों को बसाने की अनुमति देने के लिए बेंजामिन नेतन्याहू सरकार पर दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि यहूदी लोगों का बसना क्षेत्र में सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। उन्होंने सरकार से युद्ध समाप्त होने के तुरंत बाद क्षेत्रों में यहूदी आबादी को फिर से बसाने का आह्वान किया।
दक्षिणपंथी संगठनों के गठबंधन ने इज़रायल सरकार से कहा है कि वह पहले कदम के रूप में उत्तरी गाजा में पुनर्वास के लिए पहल करे और फिर इसे नित्ज़न, एल सिनाई और डुगिट जैसी पूर्व यहूदी बस्तियों तक विस्तारित करे जो अश्कलोन के करीब हैं।
7 अक्टूबर को हमास ने गाजा की सीमा से लगे अश्कलोन में एक बड़ा हमला किया। नाहला आंदोलन के ज़विव एलिमेलेक ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि पूरे गाजा में यहूदी आबादी के व्यापक पुनर्वास की आवश्यकता है और कहा कि ओस्लो समझौते के बाद गाजा की वापसी को रद्द करना होगा।