नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी का कहना है कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ आम आदमी पार्टी के 80 फीसदी नेतृत्व को पुलिस ने गिरफ्तार कर रखा है। पार्टी ने इसे देश में इमरजेंसी का संकेत कहा है। आप के मुताबिक इंदिरा गांधी ने जो इमरजेंसी में किया था वही आज केंद्र सरकार कर रही है।
केंद्र सरकार कह रही है कि ‘आप’ नेताओं को हिरासत में लिया गया है। जबकि हिरासत एक-दो घंटे की होती है लेकिन नेताओं को पकड़े करीब 24 घंटे हो गए हैं। इतनी देर तक किसी को गिरफ्तार करना गैर कानूनी है।
पार्टी विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सोमवार सुबह तक राज्य सभा सांसद, दिल्ली सरकार के मंत्री को गिरफ्तार कर रखा है। इसके अलावा संगठन का काम देखने वाले आदिल अहमद खान, दर्जनों विधायक और चुने हुए पार्षदों को पुलिस ने कल से गिरफ्तार कर रखा है। उन्होंने पूरी रात थाने में काटी है। इसके अलावा जिला प्रभारी, लोकसभा संयोजक भी गिरफ्तार हैं। इस तरह से आम आदमी पार्टी के संगठन को अहम लोगों को रविवार से केंद्र सरकार ने सलाखों के पीछे डाला हुआ है।
‘आप’ के मुताबिक यह इमरजेंसी के संकेत हैं। इंदिरा गांधी ने जो इमरजेंसी में किया था वही आज केंद्र की मोदी सरकार कर रही है। आम आदमी पार्टी के बड़े नेताओं को बिना किसी वजह के सलाखों के पीछे डाल रखा है। हम केंद्र सरकार से जवाब चाहते हैं कि आपने किस आधार पर हमारे शीर्ष नेतृत्व को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाला हुआ है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अब तक उनको कोर्ट में पेश करना चाहिए था। राज्य सभा सांसद, दिल्ली सरकार के मंत्री को किन किन धाराओं में गिरफ्तार कर रखा है। यह भी नहीं बताया गया है। उन्होंने कहा कि उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर वही बासी कहानी है जो सीबीआई मई 2022 से सुना रही है।
ऐसे में अचानक मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करने की क्या जरूरत पड़ गई। इस पॉलिसी को तत्कालीन एलजी अनिल बैजल ने अप्रूव किया था। दस माह बाद भी सीबीआई ने अनिल बैजल से पूछताछ क्यों नहीं की है। मनीष सिसोदिया के खिलाफ कोई सबूत नहीं है। आम आदमी पार्टी के ऊपर केंद्र सरकार अत्याचार कर रही है।
भारद्वाज ने कहा कि आम आदमी पार्टी रविवार से बता रही है कि न सिर्फ मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया है बल्कि आम आदमी पार्टी के 80 फीसदी नेतृत्व को पुलिस ने गिरफ्तार कर रखा है। केंद्र सरकार कह रही है कि इन्हे हिरासत में लिया गया है। जबकि हिरासत एक-दो घंटे की होती है लेकिन अभी नेताओं को पकड़े 24 घंटे हो जाएंगे। नेता तो दूर पुलिस 24 घंटे किसी आम आदमी को भी हिरासत में नहीं रख सकती है। अगर इतनी देर तक किसी को गिरफ्तार कर रखा है तो वह गैर कानूनी है।