लखनऊ – उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार और प्रदेश के पूर्व ताकतवर आईएएस की उत्तराखंड में स्थित कथित कोठी में 50 करोड़ की नकदी की चोरी का मामला आज तूल पकड़ गया है। एक पूर्व आईपीएस ने इस मामले की हाई कोर्ट जज से जांच की मांग करके मुद्दा गर्मा दिया है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अपर मुख्य सचिव रहे, सेवा निवृत आईएएस अफसर अवनीश अवस्थी को लेकर आज एक चिट्ठी और वीडियो सन्देश ने प्रदेश का माहौल गर्मा दिया है। अवनीश अवस्थी यूपी के बहुत ताकतवर और तेज़ तर्रार अफसर रहे हैं और वर्तमान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार हैं। पिछले लगभग 7 साल से वे मुख्यमंत्री के सबसे ज़्यादा विश्वस्त माने जाते रहे है। मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण के दिन से ही उनके भरोसेमंद बने हुए है। उन्हें सेवानिवृति के बाद तीन बार सलाहकार पद पर सेवा विस्तार मिल चुका है।
दरअसल पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर यह खबर चल रही थी कि उत्तराखंड के हल्द्वानी जिले में भीमताल स्थित एक कोठी में 50 करोड़ से ज्यादा की नगदी की चोरी हुई है। कई दिन से मीडिया और सोशल मीडिया पर इसकी चर्चा तो
दैनिक राशिफल…..26 सितम्बर, 2024, गुरूवार
चल रही थी, पर किसी का नाम इसमें सार्वजनिक नहीं था और लोग केवल कयास ही लगा रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी एक मीडिया कटिंग शेयर करते हुए इस पर सवाल उठाये थे। अखिलेश ने कटाक्ष करते हुए लिखा था -रिश्ता ये हमजोली-सा है, चोर के घर में चोरी-सा है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व आईपीएस अधिकारी और आजाद अधिकार सेना के अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने इस मामले को बुधवार को बड़ा मुद्दा बना दिया है। अमिताभ ठाकुर ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा है और एक वीडियो सन्देश जारी किया है जिसमें उन्होंने पूर्व आईएएस अवनीश अवस्थी का नाम सार्वजनिक किया है। सुने श्री ठाकुर का वीडियो बयान –
अमिताभ ठाकुर ने सोशल मीडिया और यू ट्यूब पर चल रही चर्चाओं और कार्यक्रमों के उदाहरण देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पूरे मामले की हाई कोर्ट के सेवानिवृत जज से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि चूँकि अवनीश अवस्थी
कंगना रनौत के बाद गाजियाबाद से BJP विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा तीनों कृषि बिल लागू होने चाहिए
पिछले लगभग 7 साल से मुख्यमंत्री से जुड़े हुए है ,इसलिए मुख्यमंत्री की अपनी विश्वसीनयता का भी सवाल है, इसलिए इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
इसी बीच सोशल मीडिया पर किसी ने इस कोठी को रोली तिवारी और मुख़्तार अंसारी से जुडी बताया, तो किसी ने इसको गायत्री मिश्रा और रश्मि मिश्रा की बताया,कोई भी इसके बारे में खुलकर बोलने से बच रहा है लेकिन अमिताभ ठाकुर के पत्र और वीडियो के बाद यह मामला और अधिक चर्चाओं में आ गया है और गंभीर बन गया है।
सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी इस पूरे मामले की जानकारी हो गई है और उनके निर्देश पर उत्तर प्रदेश की एसटीएफ इस चोरी की घटना की जांच कर रही है। सूत्रों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में एसटीएफ ने
उक्त कोठी पर पहुंचकर जांच की भी है। सोशल मीडिया के मुताबिक एसटीएफ को कुछ सफलता भी मिल चुकी है और कुछ बरामदगी होने की भी चर्चा है लेकिन अभी तक इस मामले की न तो कोई एफआईआर दर्ज हुई है और न ही कोई अधिकृत बयान दे रहा है।
बहरहाल यह कोठी किसकी है,उसमें नगदी किसकी थी और क्या उसमे 50 करोड़ की चोरी हुई है ? अमिताभ ठाकुर के पत्र के बाद इसकी उच्च स्तरीय जांच जरूर होनी चाहिए और सच्चाई जनता के सामने आनी चाहिए।
इसी बीच श्री अवस्थी ने भी देर रात अपने एक्स पर पोस्ट किया है कि इस तरह के आरोप निराधार है। उन्होंने ऐसे लोगों पर क़ानूनी कार्यवाही करने की चेतावनी देते हुए लिखा है –
मेरे संज्ञान में आया है कि मेरी छवि के खिलाफ कई झूठे आरोप ‘एक्स’ नामक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और ‘यूट्यूब’ नामक वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म पर वायरल किए जा रहे हैं। मैं इन निराधार दावों की कड़ी निंदा करता हूं और यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि इस विशेष घटना में शामिल प्रत्येक इकाई के खिलाफ कड़ी और निर्णायक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने लिखा है – अपने करियर की शुरुआत से ही मैं अपने काम के प्रति प्रतिबद्ध रहा हूं और सिविल सेवा में मेरा 37 साल का बेदाग करियर रहा है, इसलिए जानबूझकर मेरी छवि खराब करने के ऐसे दुर्भावनापूर्ण प्रयास और
तथ्यों से परे और किसी विश्वसनीय स्रोत को जिम्मेदार ठहराए बिना अफवाह फैलाना अनुचित है और किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
श्री अवस्थी ने लिखा है –इसलिए मैं शरारती तत्वों को दृढ़ता से सलाह देता हूं कि वे आगे से झूठे दावे फैलाने से बचें क्योंकि मैं पहले से ही अनुमेय कानूनी तरीकों के माध्यम से ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने की प्रक्रिया में हूं। मैंने पूरी निष्ठा और कड़ी मेहनत से अपने राज्य और देश की सेवा की है। इसे उन सभी के लिए एक नोटिस के रूप में काम करना चाहिए जो इन दुर्भावनापूर्ण इरादों के साथ आगे बढ़ते हैं।