चंडीगढ़- कथित खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की 35 दिन बाद गिरफ्तारी के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को कहा कि वह कल रात भर सो नहीं सके थे। अमृतपाल सिंह को आज सुबह मोगा जिले के रोडे गांव से गिरफ्तार किया गया था।
मुख्यमंत्री ने एक वीडियो संदेश जारी करते हुए कहा, “मैं पूरी रात नहीं सोया। मेरे पास रात में ही सूचना आ गयी थी। तो मैं हर पंद्रह मिनट – आधे घंटे बाद में पूछता रहता था, क्या हुआ? मैं नहीं चाहता था कि कोई खूनखराबा हो। या ऐसी स्थिति बने कि कानून एवं व्यवस्था दांव पर लग जाए।”
श्री मान ने कहा कि लेकिन प्रदेश वासियों के चैन के लिए एक रात या कुछ रातें उन्हें सोना न पड़े तो कोई बात नहीं क्योंकि प्रदेश का मुख्यमंत्री होने के नाते यह उनका फर्ज है।
श्री मान ने बताया कि अमृतपाल को पहले भी गिरफ्तार किया जा सकता था लेकिन उनकी सरकार व पुलिस संयम से काम ले रही थी क्योंकि वह कोई खूनखराबा नहीं चाहते थे और राज्य की अमन शांति भंग नहीं होने देना चाहते थे।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने 18 मार्च को अमृतपाल व उसके साथियों के खिलाफ अभियान शुरू किया था और कुछ लोग पकड़े गये थे, कुछ लोग नहीं पकड़े गये थे। उन्होंने कहा कि चाहते तो उस दिन भी पकड़ सकते थे लेकिन हम नहीं चाहते थे कि खूनखराबा हो, गोली चले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे पहले अपने एक साथी को छुड़ाने के लिए अजनाला थाने में अमृतपाल व उसके समर्थकों के हंगामे के समय भी संयम से काम लिया गया।
श्री मान ने कहा कि जो लोग भी देश की अमन शांति या कानून तोड़ने की कोशिश करेंगे उन पर कानूनी कार्रवाई होगी। प्रतिशोध की राजनीति नहीं होगी।
उन्होंने इस दौरान शांति व भाईचारा बनाये रखने के लिए प्रदेशवासियों का धन्यवाद किया और दोहराया कि प्रदेश की अमन शांति भंग नहीं करने दी जाएगी।