शामली : प्रदेश सरकार के द्वारा स्वास्थ्य विभाग में दिये गए बंदोबस्त केवल कागजी रह गए है। जहां शामली जनपद के जिला अस्पताल में एक बुजुर्ग व्यक्ति जमीन पर रेंगता हुआ अस्पताल में पहुंचा।मीडिया कर्मियों के द्वारा मामले की कवरेज करने के बाद बुजुर्ग व्यक्ति के साथ आई पीड़ित महिला ही खुद वीलचेयर लेकर आई और इमरजंसी वार्ड में ले गयी। जब कि वहा मौजूद डॉक्टर व अन्य स्टॉप केवल बुजुर्ग को देखता रहा।
जनपद के जिला हॉस्पिटल में एक इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। जहां प्रदेश सरकार हर जिला अस्पताल में अच्छी से अच्छी मरीज को सुविधा देने का दावा करती है। लेकिन जमीनी हकीकत उसकी कुछ और ही नजर आती है। जहा शामली के गांव कंडेला के रहने वाले एक 90 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति सुक्का सिंह अपना इलाज करने के लिए जिला अस्पताल पहुंचे। वही उन्हें की मदद के लिये ना तो कोई बोर्ड बॉय और ना ही कोई गार्ड व्हीलचेयर या स्टेचर लेकर पहुंचा। जबकि उनके साथ आई एक महिला उन्हें धीरे-धीरे रास्ता बनाते हुए आगे लेकर आई।
जहां वह खुद जमीन पर रेंगते हुए आगे बढ़े । इस मामले की सूचना मिलते ही जहां मीडिया कर्मी मौके पर पहुंचे। वहीं मीडिया कर्मियों के खबर कवरेज करने के दौरान पाया गया, कि जहां बुजुर्ग व्यक्तियों के लिए व्हीलचेयर अस्पताल के इमरजंसी वार्ड में पर्दे के पीछे धूल फाक रही है। जबकि एक 90 वर्ष से बुजुर्ग व्यक्ति जमीन पर रेंगता हुआ अस्पताल में उपचार करने के लिए मजबूर है।
मीडिया कर्मियों के कवरेज करने के दौरान खुद बुजुर्ग व्यक्ति के साथ आई, एक महिला ने अस्पताल के अंदर कमरे से व्हीलचेयर लेकर आई और फिर इमरजेंसी वार्ड तक उसको लेकर गई। वहीं इस मामले में बुजुर्ग व्यक्ति सुक्का सिंह का कहना है। कि मेरी उम्र करीब 90 साल है और मेरे घुटनों का और पेट में हो रही दिक्कत का इलाज करने के लिए अस्पताल आया हूँ और नीचे जमीन पर खिसक खिसक कर आया हूं। जिसकी फोटो व वीडियो भी जमकर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है।