प्रयागराज- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इलाहाबाद और फूलपुर संसदीय सीट पर नीरज त्रिपाठी और प्रवीण पटेल के नाम की घोषणा कर टिकट के दावोदारों की अफवाहों पर पूर्ण विराम लगा दिया।
भाजपा ने बुधवार को अपनी जारी 10वीं सूची में उत्तर प्रदेश के छह लोकसभा सीटों में से इलाहाबाद और फूलपुर के प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की।
भाजपा ने इलाहाबाद संसदीय सीट से पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे पार्टी के दिग्गज नेता रहे स्वर्गीय पंडित केसरी नाथ त्रिपाठी के पुत्र नीरज त्रिपाठी जबकि फूलपुर सीट पर विधायक प्रवीण पटेल पर दांव खेला है। भाजपा ने दोनो सीटों पर जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए इनको प्रत्याशी बनाया है। नीरज त्रिपाठी की अभीतक भाजपा ही नहीं दूसरे किसी भी दल में राजनीतिक सक्रीयता नहीं थी। वह भाजपा के किसी कार्यक्रम में शिरकत भी नहीं करते थे। वह इलाहाबाद उच्च न्यायालय में अपर महाधिवक्ता हैं। नीरज को उनके पिता पंड़ित केसरी नाथ त्रिपाठी के नाम पर टिकट दिया गया।
प्रवीण पटेल पटेल अपनी पिता महेन्द्र प्रताप पटेल की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। महेन्द्र प्रताप झूंसी विधानसभा क्षेत्र से 1984, 1989 एवं 1991 में विधायक चुने गये थे। वह जनता पार्टी और कांग्रेस से जुड़े रहे। प्रवीण का राजनीति सफर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से शुरू हुआ। वर्ष 2007 में वह फुलपुर विधानसभा क्षेत्र से पहलीबार विधायक चुने गए जबकि दूसरी बार भी बसपा से 2012 में भी भाग्य आजमाया था लेकिन विजय हासिल नहीं हो सकी। वर्ष 2017 में हाथी का साथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए।
इससे पहले वर्ष 2019 इलाहाबाद और फूलपुर संसदीय सीट पर जातीय समीकरण का कार्ड खेलते हुए डा रीता बहुगुणा जोशी और श्रीमती केसरी देवी पटेल को उतारा था। दोनो ही सीटें भाजपा की झोली में रहीं हैं। इलाहाबाद में डा रीता बहुगणा जोशी ने चार लाख 94हजार 454 मत प्राप्त किये थे जबकि इनके निकटतम प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी (सपा) के राजेंद्र सिंह पटेल को तीन लाख 10 हजार 179 मत मिले थे।
इसी प्रकार पटेल बाहुल फूलपुर सीट पर केसरी देवी पटेल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सपा के पंधारी यादव को एक लाख 71 हजार 968 मतो से पराजित किया था। श्रीमती केसरी देवी पटेल को पांच लाख 44 हजार 701 मत मिले जबकि पंधारी यादव को 3 लाख 72 हजार 733 मत ही मिले थे। तीसरे स्थान पर कांग्रेस प्रत्याशी रहे पंकज पटेल को 32 हजार 761 मत लेकर संतोष करना पड़ा था।
इलाहाबाद संसदीय सीट पर डा रीता बहुगुणा जोशी,पूर्व महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी, पूव विधायक नीलम करवरिया, विधायक हर्षवर्धन, समेत अनेकों लोगों के नाम प्रत्याशी के दावेदारी में चल रहे थे। इसी प्रकार फूलपुर सीट के लिए श्रीमती केसरी देवी पटेल,उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, पूर्व मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, भाजपा काशी क्षेत्र उपाध्यक्ष अवधेश चंद्र गुप्ता समेत तमाम लोगों के नाम की चर्चा थी।
कांग्रेस और सपा के बीच गठबंधन होने से फूलपुर की सीट सपा के खाते में गयी है जबकि इलाहाबाद कांग्रेस के हिस्से में है। इलाहाबाद सीट के लिए सपा के दिग्गज नेता रेवती रमण सिंह के बेटे के उज्जवल रमण सिंह के नाम की चर्चा चल रही है। उन्होंने हाल ही में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण किया है। लेकिन कांग्रेस ने अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं किया है। सपा ने भी फूलपुर सीट पर अपने किसी प्रत्याशी के नाम नाम की घोषणा किया है।