भदोही। नाबालिग नौकरानी के आत्महत्या मामले में समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक जाहिद बेग की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। उनके खिलाफ बालश्रम, जुवेनाइल एक्ट के बाद अब आत्महत्या के लिए उकसाने का भी मामाला दर्ज किया गया है। खुद पर कसते शिकंजे के बाद सपा विधायक भूमिगत हो गए हैं और उनका मोबाइल बंद आ रहा है।
समाजवादी पार्टी के विधायक जाहिद बेग को नाबालिक नौकरानियां रखने का मामला अब उनके गले की हड्डी बन गया है। जिला और पुलिस प्रशासन का शिकंजा उन पर लगातार कसता जा रहा है। सपा विधायक जाहिद अब पूरी तरह कानूनी जाल में फंस गए। ऐसी स्थिति अपने परिवार के साथ कहीं भूमिगत हो गए हैं। इधर पुलिस और जिला प्रशासन हर रोज कोई ना कोई मुकदमा उन पर दर्ज रहा है।
पुलिस अधीक्षक डॉ. मीनाक्षी कात्यायन ने रविवार को बताया कि नाबालिग नौकरानी नाजिया (17) के आत्महत्या और दूसरी नाबालिक नौकरानी से लिए गए बयान के बाद जिस तरह का अपराध बनता है। उसके तहत विधायक के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है। मौके से बरामद मोबाइल और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर नाजिया को आत्महत्या के लिए उकसाने का भी मामला विधायक पर दर्ज हुआ है। मुक्त कराई गईं किशोरी बालकल्याण समिति के आदेश पर राजकीय बाल संरक्षण गृह प्रयागराज भेज दिया गया है।
कोतवाली में पुलिस की तरफ से दर्ज कराए गए मुकदमे में कहा गया है कि जांच के बाद यह तथ्य पाए गए हैं कि नाजिया काम के दबाव और अन्य प्रताड़ना से ऊबकर आत्महत्या करने के लिए मजबूर हुई। नाबालिक नौकरानी नाजिया के साथ डांट फटकार और कभी-कभी मारपीट भी की जाती थी। मुक्त कराई गईं किशोरी को कोई पैसा नहीं दिया जाता था जबकि नाजिया को एक हजार रुपये दिए जाते थे, जिसका भुगतान उसके माँ-बाप ले जाते थे। नाजिया नौ साल से काम कर रही थी, जिसकी वजह से बंधुआ मजदूरी कराने भी मामला विधायक पर दर्ज हुआ है।