मुंबई। ‘विजय 69′ में अपने काम को लेकर दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर को तारीफें मिल रही हैं। एक्टर का मानना है कि जीवन में हर अनुभव मायने रखता है। अभिनेता ने अपने इंस्टाग्राम पर अलग-अलग स्थानों पर और अलग-अलग लोगों के साथ तस्वीरें शेयर की।
उन्होंने कैप्शन में एक लंबा नोट भी लिखा, जिसमें उन्होंने सिनेमा में अपने 40 साल के सफर और अपने संघर्षों को याद किया। उन्होंने लिखा, “कासा मारिया, बांद्रा: सेंट पॉल रोड पर कासा मारिया शहर में मेरा तीसरा घर है। यह सारांश (1984 में उनकी पहली फिल्म) के दौरान की बात है और मैं पहली मंजिल पर रह रहा था।
“उन्होंने आगे कहा, ” बाल गंधर्व रंग मंदिर, (बांद्रा पश्चिम), 3 जून 1981 को जब मैं एक्टिंग स्कूल में नौकरी के लिए मुंबई आया तो मुझे पता चला कि असल में वहां कोई बिल्डिंग या जगह या एक्टिंग स्कूल नहीं था। हम बीच पर क्लास ले रहे थे।’
‘इसके बाद अभिनेता ने मुंबई के जुहू इलाके में प्रतिष्ठित पृथ्वी थिएटर के बारे में बात की। उन्होंने बताया, जब मैं 3 जून 1981 को मुंबई आया तो मैंने ‘पृथ्वी थिएटर जुहू से ही अपनी ज़िंदगी की शुरुआत की। यह वही जगह है जहां सतीश कौशिक का नाटक ‘उस पार का नजारा’ खेला गया था जो आर्थर मिलर के नाटक ‘ए व्यू फ्रॉम द ब्रिज’ का रूपांतरण था।’
‘उन्होंने आगे बताया, “कालूमल एस्टेट, जुहू में मेरा पहला वन बीएचके फ्लैट था। इसे बाद कालूमल एस्टेट जुहू में बी23 मैंने खरीदा। शास्त्री नगर सांताक्रुज लिंकिंग रोड एक्सटेंशन में मैं 82 से 83 के बीच रहता था। मैं चार लोगों के साथ रहता था। हम फर्श पर सोते थे और वहां कोई पंखा नहीं था। मैं उन दिनों को कभी नहीं भूल सकता। अनुपम खेर की यशराज फिल्म्स द्वारा निर्मित ‘विजय 69’ फिलहाल नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है।