नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने कहा कि प्रशासकों के रवैये के कारण उन्हें 50 ओवर के प्रारूप के भविष्य को लेकर डर है। उनकी यह टिप्पणी ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच बुधवार से वेलिंगटन में शुरू होने वाली आगामी चैपल-हेडली ट्रॉफी के टी20 श्रृंखला से पहली आई है।
2004 से लेकर अब तक चैपल-हेडली ट्रॉफी ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच वनडे फॉर्मेट में खेली जाती थी। लेकिन, अब टी20 फॉर्मेट भी इसका हिस्सा बन गया है।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) और न्यूजीलैंड क्रिकेट (एनजेडसी) के बयानों में कहा गया है कि ट्रांस-तस्मान प्रतिद्वंद्वियों के बीच भविष्य में बैक-टू-बैक वनडे और टी20 श्रृंखला के लिए एक अंक प्रणाली का भी उपयोग किया जाएगा।
चैपल ने वाइड वर्ल्ड ऑफ स्पोर्ट्स (डब्ल्यूडब्ल्यूओएस) पर कहा, “निश्चित रूप से उनके पास शीर्ष पर टी20 क्रिकेट है और अधिक से अधिक टी20 क्रिकेट खेला जा रहा है। 50 ओवर का क्रिकेट कम खेला जा रहा है। जो कोई भी सोचता है कि टी20, 50 ओवर के खेल से बेहतर है, वह बेवकूफ है। प्रशासकों ने 50 ओवर के क्रिकेट को नजरअंदाज किया है और मुझे लगता है कि उन्होंने इसे उस बिंदु तक जाने दिया है, जहां वे इसे फिर से पहचान दिलाने में सफल नहीं हो पाएंगे।”
ऑस्ट्रेलिया चैपल-हेडली ट्रॉफी का वर्तमान धारक है, जो आखिरी बार सितंबर 2022 में केर्न्स में तीन वनडे मैचों के लिए खेला गया था। चैपल को भी यकीन नहीं है कि 50 ओवर का प्रारूप कभी भी वह लोकप्रियता हासिल कर पाएगा, जो पहले थी।
चैपल को लगता है कि टी20 और हाल ही में टी10 क्रिकेट की लोकप्रियता भी वनडे फॉर्मेट के लिए एक बड़ा खतरा है।