सहारनपुर। आज यहां पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार रेल रोको के तहत संयुक्त किसान मोर्चा अराजनीतिक के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन वर्मा व पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के सैकड़ों कार्यकर्ता प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक के नेतृत्व में जुलूस व प्रदर्शन करते हुए रेलवे स्टेशन की तरफ जा रहे थे।
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इसी दौरान थाना मंडी क्षेत्र मोहल्ला टोपिया सराय में भारी पुलिस फोर्स ने उन्हें रास्ते में रोककर किसानों की समस्याओं से संबंधित महामहिम राष्ट्रपति के नाम 14 सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी सहारनपुर को संबोधित इंस्पेक्टर धर्मेंद्र कुमार को सौंपा। ज्ञापन देते हुए प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक ने कहा कि देश के अन्नदाता किसानों के साथ केंद्र की मोदी सरकार घोर अन्याय कर रही है। जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। खनोरी बॉर्डर पंजाब हरियाणा में किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल 21 दिन से अनशन पर हैं वह मृत्यु के करीब हैं।
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इसके बावजूद भी देश के प्रधानमंत्री मोदी किसानों की समस्याओं को हल करने को तैयार नहीं है और किसानों की सुध नहीं ले रहे हैं। जिससे देश के किसानों में उबाल है। प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक ने कहा कि देश के अन्नदाता किसान दिल्ली में अपनी समस्याओं को हल करने के लिए सरकार से बात करने के लिए जाना चाहते हैं। उन्हें सत्ता में भागीदारी नहीं चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी को किसानों को ससम्मान दिल्ली बुलाकर उनकी समस्याओं को हल करना चाहिए।
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आसिम मलिक ने कहा कि देश के अन्नदाता किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य मिलना चाहिए, एम एस पी को लाभकारी बनाकर गारंटी कानून बनाया जाए, मनरेगा योजना को सीधा खेती से जोड़कर किसानों को मजदूर उपलब्ध कराए जाए, किसानों के सभी कर्ज माफ किए जाएं, 58 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग किसानों, मजदूरों को 10 हजार रुपए मासिक वृद्धावस्था पेंशन दिलाई जाए, डॉ एम एस स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करके खेती को लाभकारी बनाया जाए, गन्ना देश ही नहीं सभी प्रदेशों की आर्थिक रीढ़ है गन्ने का लाभकारी मूल्य ₹700 कुंतल तत्काल घोषित कराया जाए। किसानों को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन वर्मा के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहम्मद जहीर तुर्की ने कहा कि किसानों के साथ इतना अन्याय तो शायद अंग्रेजी हुकूमत ने भी नहीं किया होगा जितना आज भाजपा की केंद्र और प्रदेश की सरकार कर रही है। गन्ना किसान मेहनत करके 1 वर्ष तक गन्ना उत्पादन करते हैं जब वह चीनी मिलों में डाल देते हैं। तो चीनी मिल मालिकों की मर्जी है वह भुगतान दें या ना दे।
मोहम्मद जहीर तुर्की ने कहा कि किसानों के साथ इतना अन्याय भाजपा की मोदी सरकार को नहीं करना चाहिए और किसानों की सभी समस्याओं को हल करना चाहिए। छुट्टा पशु व नीलगाय किसानों की फसलों को नष्ट कर रहे हैं जिसके लिए सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। चीनी मिलों में धड़ल्ले से घटतौली की जा रही है। यदि किसानों की समस्याएं जल्द ही हल नहीं की गई तो अन्नदाता किसान पूरे देश में बड़ा आंदोलन करेंगे। भारतीय किसान यूनियन वर्मा के प्रदेश संगठन मंत्री धर्मवीर चौधरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों पर पिछले वर्ष का गन्ना भुगतान भी अभी तक बकाया है और पिछले वर्षों में किए गए गन्ना भुगतान पर लगा ब्याज हजारों करोड़ रुपये चीनी मिल मालिकों पर बकाया है। जिसे दिलाने के लिए सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।
उल्टे किसानों से ढुलाई किराया काटा जा रहा है। जो शुगर कंट्रोल ऑर्डर 1966 का सरासर उल्लंघन है। प्रदर्शन में भारतीय किसान यूनियन वर्मा के प्रदेश सचिव डॉ परविंदर मलिक, मंडल प्रभारी दुष्यंत सिंह, जिला संगठन मंत्री सुरेंद्र सिंह एडवोकेट, जिला मंत्री महबूब हसन, महानगर उपाध्यक्ष हाजी कलीम उर रहमान, महानगर मंत्री तमरेज मलिक, मोहम्मद अरशद जमीर, अहमद, हाजी साजिद, हाजी सुलेमान, हाजी बुद्धू हसन, रविंद्र चौधरी, हरपाल सिंह, सुधीर चौधरी आदि सैकड़ो किसानों ने भाग लिया।