गुवाहाटी। असम विधानसभा में विपक्ष के नेता देबब्रत सैकिया ने मुख्यमत्री हिमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। सरमा ने मध्य प्रदेश में एक सार्वजनिक रैली के दौरान कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ कथित तौर पर नफरती भाषण दिया था।
हालांकि, पुलिस ने अभी तक सरमा के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की है। कांग्रेस नेता देबब्रत सैकिया ने गुरुवार को कहा कि हिमंत बिस्वा सरमा ने खुले तौर पर दिल्ली में सोनिया गांधी के 10 जनपथ आवास को आग लगाने का आह्वान किया था।
शिवसागर जिले के नाजिरा पुलिस स्टेशन में दर्ज अपनी शिकायत में कांग्रेस नेता ने कहा, ”मैं यह एफआईआर 19 सितंबर को मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में जन आशीर्वाद रैली के दौरान असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के घृणित और नफरती भाषण के लिए दर्ज करने के लिए बाध्य हूं।”
विपक्ष के नेता सैकिया ने अपनी शिकायत में कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख सदस्य कमलनाथ पर उनकी हिंदू पहचान को लेकर तंज कसते हुए सीएम सरमा ने कहा था कि 10 जनपथ को जला देना चाहिए। बता दें कि 10 जनपथ सोनिया गांधी का आवास है।
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति का इस तरह का विद्वेषपूर्ण बयान गुमराह व्यक्तियों को हिंसा के लिए उकसा सकता है और इससे 10 जनपथ को नुकसान पहुंच सकता है।
सैकिया ने कहा कि सीएम हिमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। वे उकसावे की राजनीति कर रहे हैं। हिंसा और आगजनी के लिए स्पष्ट रूप से उकसा रहे हैं, जोकि स्पष्ट उदाहरण है।
कांग्रेस नेता सैकिया ने मांग की कि असम के मुख्यमंत्री पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153, 115 और 436 के तहत एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि नफरत भरे भाषण का सहारा लेने और हिंसा भड़काने के लिए सरमा को शर्म आनी चाहिए।