सहारनपुर। सहारनपुर जिले में गौहत्या बंद होने का नाम नहीं ले रही है। पुलिस का खौफ यहां के गौकशों के दिमाग से निकल गया है। जिले की थाना फतेहपुर पुलिस ने कुख्यात गौकश दो बार गैंगस्टर में निरूद्ध हो चुके अतीक अहमद पुत्र गफ्फूर निवासी गांव पिठोड़ी और दो अन्यों अरशद पुत्र लियाकत निवासी गांव फरकपुर एवं शेखू पुत्र मटरी निवासी गांव झिंझोली को गौवध अधिनियम 3/5 और क/8 में गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
एसएचओ फतेहपुर सत्येंद्र राय ने आज बताया कि जेल भेजे गए अतीक के खिलाफ गौकशी के आठ मामले पहले से ही दर्ज हैं। सत्येंद्र राय ने आगे बताया कि गांव शेखूपुर कंधेला में अय्यूब के बेटे जावेद की शादी में मेहमानों और बारातियों को दावत में गौमांस परोसा गया था। इस मामले में नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया हैं।
तीन लोग गिरफ्तार कर जेल भेज दिए गए हैं जबकि दूल्हा जावेद, उसका भाई शावेज और पिता अय्यूब समेत पांच आरोपी अभी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी को पुलिस की टीमें दबीशें दे रही हैं। गौकशी की यह संगीन वारदात शनिवार रात गांव शेखूपुर कंधेला में अरशद के बाग में हुई थी।
पुलिस को घटना की सूचना अगले दिन मिली। एसपी देहात सागर जैन सोमवार को घटनास्थल पर पहुंचे थे और उन्होंने थाना फतेहपुर पुलिस को सभी आरोपियों के नाम मालूम कर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
एसएचओ सत्येंद्र राय ने बताया कि जेल भेजा गया मुख्य अभियुक्त अतीक मुस्लिमों के यहां होने वाली वलीमे की दावतों में भाड़े पर गौकशी करता हैं। आठ मुकदमें दर्ज होने और दो बार गैंगस्टर लगने के बावजूद अतीक अहमद गौकशी करने से बाज नहीं आ रहा है।
सहारनपुर जनपद के थाना बेहट, थाना फतेहपुर, देवबंद कोतवाली के मुस्लिम बहुल गांवों सांपला खत्री, सांपला बक्काल, थीतकी, गोपाली में गौकशी आम बात है। इस जिले में गौकशी का योगी सरकार में भी वही हाल है जो पिछली अखिलेश यादव सरकार में था।