नई दिल्ली। दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने बुधवार को सरकारी सर्वोदय विद्यालय (चिराग एन्क्लेव) में छात्रों के साथ चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग देखी।
इस अवसर पर आतिशी ने छात्रों से अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में भारत की उल्लेखनीय प्रगति पर बात की।
आतिशी ने कहा, “यह दिन भारत के लिए एक असाधारण मील का पत्थर है। चंद्रयान -3 की सफल चंद्रमा लैंडिंग वैज्ञानिक सीमाओं को आगे बढ़ाने के लिए हमारे वैज्ञानिकों की अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। यह असाधारण उपलब्धि निस्संदेह आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा के रूप में काम करेगी, हमारे भीतर नवाचार और अन्वेषण के लिए युवाओं में जुनून की लौ जलाएगी।”
उन्होंने कहा कि पहले उपग्रह आर्यभट्ट से लेकर चंद्रयान-3 तक की भारत की यात्रा एक उल्लेखनीय उपलब्धि का प्रतीक है।
आतिशी ने कहा, “आज की उपलब्धि का महत्व युवाओं और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा के स्रोत के रूप में काम करेगा। यह उनके भीतर विज्ञान के प्रति गहरी जुनून जगाएगा और आकर्षण की भावना पैदा करेगा।”
लाइव प्रसारण के दौरान जैसे ही लैंडर ने चंद्रमा की सतह को छुआ, छात्र खुशी और उत्साह से भर गए। राष्ट्र के सामूहिक गौरव को दर्शाते हुए, उनके उत्साहपूर्ण जयकारे स्कूल परिसर में गूंज उठे।
आतिशी ने इस उपलब्धि के महत्व और भारत के वैज्ञानिक क्षेत्र पर इसके गहरे प्रभाव पर जोर देते हुए कहा, “आज हमारे छात्रों ने इतिहास बनते देखा है। यह उपलब्धि उनमें भारत के भविष्य के लिए भव्य और आविष्कारशील संभावनाओं की कल्पना करने की आकांक्षा प्रज्ज्वलित करेगी। इस विशेष घटना से पता चलता है कि शिक्षा और अनुसंधान में निवेश हमेशा देश को प्रगति के पथ पर ले जाता है।”